Shubman Gill Disconnected with Cricket: टीम इंडिया के युवा स्टार शुभमन गिल की बल्ले की चमक फीकी पड़ गई है. टी-20 वर्ल्ड कप 2024 की भारतीय टीम से बाहर हुए शुभमन गिल के लिए आईपीएल 2024 भी किसी बुरे सपने की तरह गुजर रहा है. हाल में ही इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भी गिल संघर्ष करते दिखे थे. शुभमन गिल पिछले दिनों पॉप स्टार एड शरीन के साथ बातचीत करते दिखे थे, उन्होंने स्पाइडर मैन मूवी में अपनी आवाज भी दी थी, GQ पत्रिका के कवर पेज पर भी दिखे थे, लेकिन हर जगह सुर्खियों में रहने वाले शुभमन का नाम एक जगह से गायब है. वो है टीम इंडिया. एक समय सबके जुबां पर रहने वाले गिल को भारतीय टीम में डायरेक्ट एंट्री नहीं मिल पाई है.
जाहिर है कि इससे गिल के मेंटल हेल्थ पर भी असर पड़ा है. इंडियन एक्सप्रेस से खास बातचीत में गिल ने माना है कि इन दिनों क्रिकेट से उनको पहले जैसा लगाव नहीं रहा है. वहीं वो अब इस खेल से डिसकनेक्टेड महसूस कर रहे हैं.
मुझे क्रिकेट में मजा नहीं आ रहा था
सिर्फ शतक के लिए नहीं खेलना चाहता
खेल के प्रति रवैये के बारे में बात करते हुए गिल ने कहा कि, क्रिकेट एक ऐसा खेल है जहां आप रोज शतक नहीं मार सकते हैं, लेकिन मुझे ऐसा लगता था कि मैं खुश तभी रहूंगा जब मेरे रन बनेंगे. अब मुझे एहसास हुआ है कि मैं ऐसी जिंदगी नहीं जीना चाहता जहां मैं सिर्फ शतक या फिफ्टी के लिए खेलूं .
दिमाग में कोई संदेह नहीं रखना चाहता था
गिल ने क्रिकेट में अपने मूल मंत्र की बात करते हुए कहा कि, “मैंने इतने साल मेहनत की है. मैं चाहता हूं कि मैं अपनी बॉडी के कंट्रोल में रहूं, न कि दिमाग के. मैं नहीं चाहता कि मेरा दिमाग मुझसे बार-बार कहे कि मैं गलत कर रहा हूं. मैं कोशिश में हूं कि जो दिमाग बार-बार बोल रहा है, ‘ऐसे नहीं, ऐसे करो’, उसे चुप करा सकूं.”
सोशल मीडिया ट्रोलिंग से फर्क नहीं पड़ता
खराब प्रदर्शन से जूझ रहे गिल ने सोशल मीडिया पर होने वाली ट्रोलिंग पर जवाब दिया और कहा, “मुझे पता है कि ऑनलाइन ट्रोलिंग से कितना गहरा असर पड़ सकता है, लेकिन मेरा फंडा बिल्कुल क्लियर है. मैं सोशल मीडिया को बस मजे के लिए इस्तेमाल करता हूं और वहां पर हो रही चीजों को मैं गंभीरता से नहीं लेता.”
आईपीएल 2024 में गिल का फ्लॉप शो
आईपीएल 2024 में गुजरात की कप्तानी करने वाले शुभमन गिल बल्ले से कमाल नहीं दिखा पा रहे हैं. गिल ने इस सीजन खेले 11 मैचों में 137 के स्ट्राइक रेट से 322 रन बनाए हैं, जिसमें उन्होंने सिर्फ दो मौकों पर 50 रनों का आंकड़ा पार किया है. कप्तानी में भी उनकी टीम ने 11 में से सिर्फ 4 मैच जीते हैं और अंकतालिका में 9वें स्थान पर है.
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