आईपीएल 2023 (IPL 2023) का 16वां एडिशन पहला ऐसा एडिशन होगा जिसमें इम्पैक्ट प्लेयर नियम को शामिल किया जा रहा है. यानी की वो खिलाड़ी जो सब्स्टिट्यूट के तौर पर बल्लेबाजी और गेंदबाजी कर पाएगा. हालांकि ये खिलाड़ी सिर्फ भारतीय ही होना चाहिए. हां अगर किसी टीम में 4 विदेशी खिलाड़ियों से कम खिलाड़ी खेलते हैं तो ये खिलाड़ी फिर विदेशी भी हो सकता है. बीसीसीआई इस नियम का इस्तेमाल सैयद मुश्ताक अली टॉफी में कर चुका है.
कैसे काम करेगा इम्पैक्ट प्लेयर?
टॉस के दौरान एक टीम को अपने 4 सब्स्टिट्यूट खिलाड़ियों के बारे में बताना होगा. यानी की प्लेइंग 11 के साथ कुल 15 खिलाड़ियों का नाम बताना होगा. इन 4 खिलाड़ियों में से किसी को भी इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर मैच में शामिल किया जा सकेगा.
क्या किसी भी समय मैदान पर आ सकेगा इम्पैक्ट प्लेयर?
इसमें कई सारे ऑप्शन हैं. एक कप्तान पारी की शुरुआत से पहले ही अपनी टीम के इम्पैक्ट प्लेयर का ऐलान कर सकता है. ऐसा वो एक ओवर के खत्म होने के बाद. विकेट गिरने के बाद या फिर बल्लेबाज के रिटायर होने के बाद कर सकता है. वहीं गेंदबाजी टीम इस इम्पैक्ट प्लेयर को ओवर के बीच में, विकेट गिरने के बाद या बैटर के रिटायर होने के बाद ला सकती है. लेकिन ये खिलाड़ी बचे हुए ओवर को पूरा नहीं कर पाएगा.
उस खिलाड़ी का क्या होगा जिसे इम्पैक्ट प्लेयर रिप्लेस करेगा?
ये खिलाड़ी इसके बाद पूरे मैच में हिस्सा नहीं ले पाएगा. सब्स्टिट्यूट फील्डर के तौर पर भी नहीं.
क्या इम्पैक्ट प्लेयर विदेशी नहीं हो सकता? और ऐसा क्यों?
अगर एक टीम अपनी प्लेइंग 11 में 4 विदेशी खिलाड़ियों को शामिल करती है. तब किसी भारतीय खिलाड़ी को ही इम्पैक्ट प्लेयर बनना होगा. ऐसा इसलिए क्योंकि आईपीएल नियम के अनुसार आप अपनी प्लेइंग 11 में सिर्फ 4 विदेशी खिलाड़ी ही रख सकते हैं. हालांकि अगर कोई टीम अपनी प्लेइंग 11 में 3 विदेशी खिलाड़ियों को खिलाती है तो चौथे विदेशी खिलाड़ी को टीम इम्पैक्ट प्लेयर बना सकती है.
क्या इम्पैक्ट प्लेयर के आने से टीम ज्यादा बल्लेबाज खिला सकती है?
नहीं ऐसा नहीं होगा. सिर्फ 11 खिलाड़ी ही बल्लेबाजी कर पाएंगे. अगर एक टीम का इम्पैक्ट प्लेयर बैटर है. और उसने बैटर को ही रिप्लेस किया है तो अगला कोई गेंदबाज हुआ तो वो बल्लेबाजी नहीं कर पाएगा.
गेंदबाजी टीम के लिए कैसे काम करेगा इम्पैक्ट प्लेयर?
एक गेंदबाजी टीम इम्पैक्ट प्लेयर को अगर मैदान पर उतारती है और बाहर गया खिलाड़ी अगर गेंदबाज है तो. इम्पैक्ट प्लेयर उसके पूरे 4 ओवर फेंक सकेगा. लेकिन अगर एक टीम इम्पैक्ट प्लेयर को बीच के ओवरों में लाएगी तो उसे उस ओवर के खत्म होने का इंतजार करना होगा जिसके बाद इम्पैक्ट प्लेयर गेंदबाजी कर पाएगा.
मैच में देरी से इम्पैक्ट प्लेयर नियम पर क्या फर्क पड़ेगा?
आईपीएल ने कहा कि, इससे इम्पैक्ट प्लेयर नियम पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. अगर दोनों टीमों के बीच ओवर भी कम हो जाते हैं तो भी आप इम्पैक्ट प्लेयर नियम का इस्तेमाल कर सकते हैं. बता दें कि, टीम के कप्तान, कोच और टीम मैनेजर को फील्ड या फोर्थ अंपायर को इंपैक्ट प्लेयर के बारे में बताना होगा.
बता दें कि, भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में दिल्ली की टीम ने पहली बार इम्पैक्ट प्लेयर का इस्तेमाल किया था. दिल्ली ने जयपुर में खेले गए मुकाबले में मणिपुर के खिलाफ ऋतिक शौकीन को ओपनर हितेन दलाल की जगह रिप्लेस किया था. शौकीन भारतीय क्रिकेट में पहले इम्पैक्ट प्लेयर हैं. शौकीन ने 3 ओवर में 13 रन देकर 2 विकेट निकाले थे.
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