भारतीय क्रिकेट में तुरंत मिलने वाले स्टारडम ने अक्सर प्रतिभाशाली खिलाड़ियों पर नकारात्मक प्रभाव डाला है लेकिन पिछले कुछ समय से शानदार लय में चल रहे सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल (Shubman Gill) का मानना है कि सही लोगों के आसपास होने से उन्हें अपने करियर में आवश्यक संतुलन बनाए रखने में काफी मदद मिली. पंजाब के 23 साल के गिल को विराट कोहली के बाद भारतीय बल्लेबाजी का अगला बड़ा सितारा माना जा रहा है. उन्होंने दिसंबर से मार्च के बीच अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कमाल का प्रदर्शन किया. गिल की शानदार बल्लेबाजी के कारण इंडियन प्रीमियर लीग की टीम गुजरात टाइटंस लगातार दूसरे साल खिताब जीतने की दौड़ में बनी हुई है.
गिल ने कम समय में बहुत लोकप्रियता और तारीफ हासिल की है. उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए साक्षात्कार में कहा कि उनके लिए खेल और निजी जीवन के बीच सामंजस्य बैठाना आसान है क्योंकि उनके आस-पास हर बात में ‘हां में हां’ मिलाने वाले लोग बहुत कम है. गिल ने इस विशेष साक्षात्कार में कहा, ‘मुझे लगता है कि यह पालन-पोषण और करीबी दोस्तों से जुड़ा हुआ है. मेरे आस-पास जी-हुजूरी करने वाले लोग बहुत कम हैं. मेरे ज्यादातर दोस्त ऐसे हैं तो मुझे गलत फैसलों के बारे में आगाह करते रहते है. यह फैसले चाहे मैदान के हो या मैदान के बाहर व्यक्तिगत जिंदगी के.’
गुजरात में सीनियर खिलाड़ी जैसी भूमिका में हैं गिल
कम उम्र का खिलाड़ी होने के बाद भी गुजरात टाइटंस में गिल का रुतबा सीनियर खिलाड़ी का है और वह इस आईपीएल टीम में अपनी जिम्मेदारी बखूब ही निभा रहे है. सीनियर स्तर पर 110 टी20 मैच खेलने वाले गिल ने कहा, ‘मुझे लगता है कि मैं इस मामले में सही जानकारी साझा कर सकता हूं कि विरोधी टीम का बल्लेबाज क्या सोच रहा होगा.’ उन्होंने कहा कि करीबी मुकाबलों में गेंदबाजों के दिमाग में बहुत कुछ चल रहा होता है, ऐसे में उनका विचार गेंदबाजों की मदद कर सकता है. उन्होंने पिछले सत्र में 24 वनडे मैचों में 65 से अधिक औसत के साथ रन बनाए जबकि टी20 में उनका स्ट्राइक रेट 165 से अधिक रहा है. उन्होंने इस दौरान सभी फॉर्मेट में मिलाकर सात शतक जड़े.
तीनों फॉर्मेट खेलने पर क्या बोले गिल
तीनों फॉर्मेट में टीम का प्रतिनिधित्व करने के बारे में पूछे जाने पर गिल ने कहा कि यह बदलाव तकनीकी के बजाय मानसिक अधिक है. उन्होंने कहा, ‘यह जरूर है कि अलग-अलग फॉर्मेट के लिए अलग-अलग तैयारियों की जरूरत होती है लेकिन मुझे लगता है कि तैयारी तकनीक से ज्यादा मानसिक होती है. व्यक्तिगत रूप से मुझे लगता है कि मेरे पास सभी फॉर्मेट के लिए तकनीक है, लेकिन यह मानसिकता में बदलाव के बारे में है कि कब कौन सा खेल खेलना है.’ टीम इंडिया के अपने सीनियर साथी केएल राहुल की तरह, गिल का भी मानना है कि स्ट्राइक-रेट मैच की स्थितियों से नियंत्रित होता है और टी20 में यह जरूरी पहलू है लेकिन कई बार इसे बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया जाता है.
स्ट्राइक रेट पर क्या बोले गिल
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि टी20 में स्ट्राइक रेट का महत्व है. आप जितना अधिक स्कोर करेंगे, आपके गेंदबाजों के लिए उतना ही अधिक मौका होगा. यहां तक कि अगर आप किसी बड़े लक्ष्य का पीछा कर रहे हैं तब भी स्ट्राइक रेट महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इस साल हालाऔर परिस्थितियों में खेलने में सक्षम होना चाहिए.’
डब्ल्यूटीसी फाइनल का कर रहे इंतजार
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल (डब्ल्यूटीसी) के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि 2021 डब्ल्यूटीसी फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ हार टीम के लिए एक प्रेरणा का काम करेगी. उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह हमारे लिए वास्तव में महत्वपूर्ण पांच दिन होने जा रहे हैं. हमने पिछले कुछ सालों में एक टीम के रूप में वास्तव में कड़ी मेहनत की है, न्यूजीलैंड के खिलाफ साउथैम्प्टन में पिछला डब्ल्यूटीसी फाइनल खेला था और वह परिणाम हमारे पक्ष में नहीं रहा और यह वास्तव में हमें प्रेरित कर रहा है. उन्होंने कहा, ‘मैं इंग्लैंड जाकर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलने के लिए उत्सुक हूं.’
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