इंडियन प्रीमियर लीग 2026 नीलामी का आयोजन 16 दिसंबर को अबू धाबी में होगा. बीसीसीआई ने मंगलवार को 350 खिलाड़ियों को शॉर्टलिस्ट किया है. ऐसे में सिर्फ 77 स्लॉट्स हैं और 10 टीमें हैं. इस लिस्ट में 240 भारतीय और 110 विदेशी खिलाड़ी हैं. पूल में 224 अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ी भी हैं. वहीं 14 अनकैप्ड विदेशी खिलाड़ी हैं. ऐसे में हम आपके लिए नीलामी के 5 नियम ऐसे लेकर आए हैं जो आपके लिए जानना बेहद जरूरी है.
2. विदेशी स्लॉट
एक टीम के भीतर कुल 25 खिलाड़ी हो सकते हैं. इसमें हर फ्रेंचाइज सिर्फ 8 विदेशी खिलाड़ियों को ही ले सकती है.
3. विदेशी खिलाड़ियों की सैलरी पर कैप
इस मिनी ऑक्शन से विदेशी खिलाड़ियों की सैलरी पर कैप (सीमा) लगा दी गई है. अब कोई विदेशी खिलाड़ी जितनी भी बोली लगवाए, उसे ज्यादा से ज्यादा 18 करोड़ रुपये ही मिलेंगे. या तो 18 करोड़ (जो सबसे ज्यादा रिटेंशन प्राइस था) या मेगा ऑक्शन में हुई सबसे ऊंची बोली, इनमें से जो कम हो, वही अधिकतम सैलरी होगी. मेगा ऑक्शन में सबसे महंगी बोली 27 करोड़ की लगी थी (लखनऊ ने ऋषभ पंत पर खर्च की), इसलिए इस बार विदेशी खिलाड़ी को अधिकतम 18 करोड़ ही मिलेंगे. बाकी जो पैसा बोली में लगा होगा (18 करोड़ से ऊपर वाला हिस्सा), वो सारा पैसा BCCI को चला जाएगा. BCCI उस पैसे को खिलाड़ियों को बेहतर बनाने के अपने प्रोग्राम में लगाएगी.
5. क्या इस नीलामी में राइट टू मैच कार्ड है?
बता दें कि राइट टू मैच कार्ड सिर्फ मेगा नीलामी में ही होता है. मिनी नीलामी में अगर किसी रिलीज खिलाड़ी को वापस अपनी टीम में लेना होता है तो आपको फिर विरोधी टीमों के खिलाफ बोली लगानी पड़ती है.

