कोलकाता नाइट राइडर्स ने दो दिन पहले यानी 8 अप्रैल को ईडन गार्डन्स में लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ आईपीएल 2025 में अपना तीसरा गेम गंवा दिया. लखनऊ ने ने 238 रन बनाए, जिससे कोलकाता सिर्फ़ 4 रन पीछे रह गई. कोलकाताी की टीम लक्ष्य का पीछा करते हुए 234 रन ही बना पाई. जिसके बाद एक बार फिर ईडन गार्डंस की पिच को लेकर बवाल शुरू हो गया. दरअसल ईडन गार्डंस की पिच टूर्नामेंट के शुरुआत से ही विवादों में रही है. पिच क्यूरेटर सुजान मुखर्जी और फ्रेंचाइज मैनेजमेंट के बीच विवाद है.
लखनऊ से हार के बाद एक बार फिर ऐसी खबरें आ रही हैं कि फ्रेंचाइज और क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (सीएबी) के बीच विवाद चल रहा है. बंगाली अखबार संगबाद प्रतिदिन की रिपोर्ट के अनुसार लखनऊ से हार के बाद केकेआर के एक अधिकारी और सीएबी के एक अधिकारी के बीच तंज कसते हुए बातचीत हुई.
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पिच क्यूरेटर को अवॉर्ड देने की बात
केकेआर के अधिकारी ने सलाह दिया कि बंगाल क्रिकेट खुश हैं कि उन्होंने मैच जीत लिया. जब बंगाल क्रिकेट के अधिकारी ने केकेआर से क्या मतलब पूछ तो उन्होंने एक बार फिर तंज कसते हुए जवाब दिया कि ईडन गार्डन्स के पिच क्यूरेटर को प्लेयर ऑफ द मैच दिया जाना चाहिए. उनका मानना है कि सपाट पिच के कारण वह हार गए.
केकेआर हमेशा से ही टर्निंग ट्रैक चाहता था, लेकिन पहले तीन मैचों में उसे काफी सपाट पिच मिली. केकेआर का अगला मैच 21 अप्रैल को गुजरात टाइटंस के खिलाफ ईडन गार्डन्स में होगा. रिपोर्ट में कहा गया है कि उस मैच के दौरान ईडन गार्डंस की पिच सूखी और स्पिनरों के लिए ज़्यादा अनुकूल होगी. हालांकि बंगाल क्रिकेट के अधिकारियों का कहना है कि ईडन गार्डंस ट्रैक पर रैंक टर्नर तैयार नहीं किया जा सकता, क्योंकि इससे स्थायी रूप से कुछ नुकसान होने की संभावना है. वह 2026 टी20 वर्ल्ड कप को देखते हुए पिच को खेलने के लिए सुरक्षित रखना चाहते हैं.