IPL 2025 से पहले दिल्‍ली कैपिटल्‍स के हेड कोच ने सुनाया अपना दर्द, बोले- हमें अनदेखा मत करो, विदेशी कोच के साथ अगर हम...

IPL 2025 से पहले दिल्‍ली कैपिटल्‍स के हेड कोच ने सुनाया अपना दर्द, बोले- हमें अनदेखा मत करो, विदेशी कोच के साथ अगर हम...
हेमांग बदानी

Story Highlights:

दिल्‍ली कैपिटल्‍स के नए कोच हैं हेमांग बदानी.

दिल्‍ली की नजर पहले खिताब पर.

आईपीएल 2025 के आगाज में अब करीब एक महीने का वक्‍त बचा है. हर फ्रेंचाइज ने खिताब के लिए कमर कस ली है. दिल्‍ली कैपिटल्‍स की कोशिश भी इस बार अपने खिताबी सूखे को खत्‍म करने पर है. खिताबी सूखे को खत्‍म करने के लिए दिल्‍ली के नए हेड कोच  हेमांग बदानी रणनीति बनाने में लग गए हैं, मगर इस बीच उनका दर्द भी छलक पड़ा. उन्‍होंने लीग में विदेशी कोच को तवज्‍जो देने पर दर्द बयां दिया. उन्‍होंने कहा-

आईपीएल में 25 खिलाड़ियों में से 16 भारतीय खिलाड़ी हैं और ये खिलाड़ी ही आपकी सफलता में बड़ी भूमिका निभाते हैं. वे अलग-अलग क्‍लचर और बैकग्राउंड से आते हैं. टूर्नामेंट इतना छोटा है, इसलिए किसी लोकल कोच को प्राथमिकता देगा, जो इन खिलाड़ियों को बेहतर तरीके से समझ सके और उनसे जुड़ सके, लेकिन हमने पर्याप्त भारतीय कोच नहीं देखे हैं. 


आईपीएल की शुरुआत से ही फ्रेंचाइज ने ज्यादातर बड़े नाम वाले विदेशी कोचों को प्राथमिकता दी. अब तक के 17 आईपीएल सीजन में 15 खिताब विदेशी कोच वाली टीमों ने जीते. हालांकि पिछले तीन सालों में तीन में से दो खिताब ऐसी टीमों ने जीते हैं जिनके कोच भारतीय थे. इंडियन एक्‍सप्रेस के अनुसार दिल्‍ली कैपिटल्‍स के कोच ने कहा-

 जब आपके पास केवल विदेशी कोच होते हैं, तो निश्चित रूप से उनमें से कोई एक जीतने वाला होता है. मैं विदेशी कोच वाली टीमों के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन हमें खारिज भी न करें. अगर हम उनके साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं, तभी आपको पता चलेगा कि खिताब जीतना संभव है या नहीं. आशीष नेहरा ने 2022 में खिताब जीता था, जब वह अकेले भारतीय कोच थे. पिछले साल चंद्रकांत पंडित ने दिखाया कि वह भी ऐसा कर सकते हैं.


उनका कहना है कि बिग बैश लीग, SA20 और कैरेबियन प्रीमियर लीग में स्थानीय मुख्य कोचों की भारी मौजूदगी है, क्योंकि इससे उन्हें स्थानीय खिलाड़ियों के बारे में जानकारी मिलती है. बदानी ने कहा-

जब आपके पास स्थानीय मुख्य कोच होते हैं तो वह परिस्थितियों और स्थानीय खिलाड़ियों को बेहतर तरीके से जानते हैं. यही कारण है कि वे उन टीमों की तुलना में जीतने वाली टीम बन जाती हैं, जिनके पास अक्सर विदेशी कोच होते हैं. आईपीएल में अधिकांश फ्रेंचाइज के पास अनुभवी विदेशी खिलाड़ी होते हैं और वे बेहद पेशेवर होते हैं.भारतीय खिलाड़ियों के साथ आपको कई तरह की बाधाओं के चलते बहुत ज्‍यादा फोकस देना होगा. यह वह जगह है जहां एक भारतीय कोच बेहतर होगा. 

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