KKR Retention, Rinku Singh : आईपीएल 2024 सीजन की विजेता टीम कोलकाता नाइट राइडर्स ने अपने कप्तान श्रेयस अय्यर को जहां रिलीज किया. वहीं रिंकू सिंह सहित कुल छह खिलाड़ियों को रिटेन किया है. जिसमें ऑस्ट्रेलियाई दौरे के लिए टेस्ट टीम इंडिया में पहली बार जगह बनाने वाले हर्षित राणा का नाम भी शामिल है. लेकिन रिटेंशन के दौरान केकेआर के स्टार बल्लेबाज रिंकू सिंह के साथ एक खेला हो गया और उनको करीब पांच करोड़ का चुना लगा है.
रिंकू सिंह को कैसे लगा चूना
दरअसल, केकेआर की रिटेंशन लिस्ट में रिंकू सिंह का नाम सबसे पहले था. बीसीसीआई ने नियम के मुताबिक़ पहले खिलाड़ी को रिटेन करने के लिए मिनिमम 18 करोड़ का ब्रैकेट रखा था. लेकिन केकेआर ने रिंकू सिंह को इससे कम रकम के लिए मना लिया. जिससे रिंकू सिंह को 13 करोड़ में ही शामिल किया और उनको पांच करोड़ का झटका लगा, जबकि फ्रेंचाइजी के पर्स से रिंकू सिंह के लिए 18 करोड़ ही कटे है. ऐसे में रिंकू सिंह के 13 करोड़ की रकम पर हामी भरने से बीसीसीआई को पांच करोड़ का फायदा हुआ और केकेआर की टीम भी इस रकम को इस्तेमाल नहीं कर सकेगी.
क्या है नियम ?
बीसीसीआई के नियम के मुताबिक़ अगर कोई फ्रेंचाइजी किसी खिलाड़ी को उसके रिटेंशन ब्रैकेट की रकम से कम में रिटेन करती है. इस स्थिति में फ्रेंचाइजी के पर्स से ब्रैकेट वाली रकम ही कटेगी, जबकि बची हुई रकम बीसीसीआई के पास जाएगी. इसी नियम के चलते रिंकू सिंह को पांच करोड़ का घाटा हुआ.
12 करोड़ का बीसीसीआई को फायदा
केकेआर ने रिंकू सिंह के आलावा 12-12 करोड़ में सुनील नरेन, वरुण चक्रवर्ती, आंद्रे रसेल, को रिटेन किया. जबकि चार-चार करोड़ में हर्षित राणा और रमनदीप सिंह को रिटेन किया है. इस लिहाज से केकेआर ने रिटेंशन में 57 करोड़ का इस्तेमाल किया. जबकि उसके 120 करोड़ के पर्स में से 69 करोड़ की रकम बीसीसीआई ने काटी है. जिससे बोर्ड को 12 करोड़ का फायदा हुआ.
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