महेंद्र सिंह धोनी और चेन्नई सुपर किंग्स दोनों के लिए आईपीएल 2025 अच्छा नहीं रहा. पांच बार की विजेता टीम अंक तालिका में सबसे नीचे रही. 14 में से केवल चार मैचों में उसे जीत मिली. यह आईपीएल इतिहास में उसका सबसे खराब प्रदर्शन है. वहीं महेंद्र सिंह धोनी का प्रदर्शन भी इस सीजन हल्का रहा. वे 13 पारियों में 24.50 की औसत और 135.17 की स्ट्राइक रेट से 196 रन बना सके. पिछले सीजन में उनकी स्ट्राइक रेट 220.54 की रही थी. धोनी को इस सीजन के दौरान उनके प्रदर्शन के चलते आलोचनाएं सुननी पड़ी और कई लोगों ने संन्यास की सलाह दी. इस पर चेन्नई के कप्तान ने अब जवाब दिया है.
धोनी ने चेन्नई के गुजरात के खिलाफ आखिरी मुकाबले के बाद कहा, 'अगर क्रिकेटर्स उनके प्रदर्शन के चलते रिटायर होने लग जाते तब तो कुछ खिलाड़ी 22 साल की उम्र में ही रिटायर हो जाते. जरूरी बात यह होती है कि आपमें खेलने की कितनी भूख बची है.' इस बयान के जरिए उन्होंने संकेत दिए कि वह अभी संन्यास नहीं लेने जा रहे. चेन्नई से वर्तमान सीजन में कमजोर प्रदर्शन के बाद इस तरह का अंदेशा था कि धोनी आईपीएल छोड़ सकते हैं.
धोनी ने आईपीएल संन्यास पर क्या कहा
धोनी ने संन्यास से जुड़े सवाल पर कहा, 'यह बहुत सी बातों पर निर्भर करता है. अभी फैसला करने को चार-पांच महीने हैं. इसमें कोई जल्दबाजी नहीं है. शरीर को फिट रखने की जरूरत नहीं है. आपको अपना सबसे अच्छा प्रदर्शन करना होता है. मैं नहीं कह रहा कि मेरा करियर पूरा हो गया है, मैं यह नहीं कह रहा कि वापस आऊंगा. मेरे पास टाइमिंग की सुविधा है. इस बारे में सोचूंगा और फिर फैसला करूंगा.'
धोनी ने चेन्नई के प्रदर्शन पर क्या कहा
धोनी ने इस सीजन में चेन्नई के प्रदर्शन पर कहा कि उनकी टीम की फील्डिंग, बॉलिंग और बैटिंग सही नहीं रही. जब सीजन शुरू हुआ तब पहले छह में से चार मैच चेन्नई में थे. वहां पर टॉस जीतकर बॉलिंग चुनी. दूसरी पारी में टीम दबाव में रहती थी. इसलिए बैटिंग को लेकर थोड़ी चिंता था. अब सबने योगदान दिया है. अगले साल जब ऋतु (ऋतुराज गायकवाड़) आएगा तो उसे ज्यादा चीजों के बारे में चिंता नहीं करनी होगी.