पंजाब किंग्स की टीम में कुछ धांसू ऑलराउंडर हैं और इसी में एक नाम नेहल वढेरा का है. लेफ्ट हैंडेड बैटर ने टूर्नामेंट में अपने टैलेंट से सभी को काफी ज्यादा प्रभावित किया है. वढेरा ने इस सीजन में अब तक कई तगड़े शॉट्स खेले हैं और अपनी अलग छाप छोड़ी है. 24 साल के इस खिलाड़ी ने 7 पारी में 189 रन ठोके. इस दौरान उनकी औसत 37.80 की है. वहीं उनकी स्ट्राइक रेट 146.51 की है.
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वढेरा ने पिछले दो सालों में कुछ अहम पारिया खेलीं हैं. ऐसे में विराट कोहली को लेकर अब उन्होंने बड़ा खुलासा किया है. वढेरा ने बताया कि जब उनकी मुलाकात विराट कोहली से हुई तो उस दौरान उन्हें कैसा लगा. वढेरा ने हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में कहा कि, "जैसे ही मैच खत्म हुआ, मैं उनके पास गया और मैंने पूछा, 'विराट भाई, आपने मुझे पिछले दो सालों से देखा है. क्या आपको मुझमें कोई बदलाव नजर आता है, या आपको लगता है कि मैं कहां सुधार कर सकता हूं?' मैं उनका बहुत बड़ा प्रशंसक हूं, और अगर वे मुझे कुछ भी बताते हैं तो मैं हमेशा उस पर काम करना शुरू कर देता हूं.
क्या बोले विराट?
इसके बाद विराट ने बताया कि, 'नेहल, मुझे तुम्हारी बल्लेबाजी पसंद आई,' और मैंने उनसे कहा कि यह मेरी प्लानिंग है." उन्होंने मुझसे कहा कि गेंदबाजों पर अटैक करने की आपकी प्लानिंग अच्छी थी, क्योंकि कम स्कोर वाले मैचों में यह हमेशा चुनौतीपूर्ण होता है. इसके बाद, उन्होंने मुझसे कहा कि 'मैं आपकी बल्लेबाजी में कंट्रोल देख सकता था और आप जो शॉट मार रहे थे, उस पर बहुत सोच-विचार किया गया था. वढेरा ने आगे कहा कि, वह मेरी तैयारी देखकर खुश थे, और वह मेरे साथ अपना अनुभव साझा करके खुश थे. मैं भी उनके सभी अनुभव और उनकी सभी तारीफों को पाकर उतना ही खुश था, जिसका मतलब था कि मैं विराट कोहली जैसे दिग्गज से यह सुनकर प्रसन्न था."
नेहल ने इंटरव्यू के माध्यम से यह भी खुलासा किया कि उन्होंने विराट से बातचीत करने के लिए मुंबई इंडियंस टीम के अपने वरिष्ठ खिलाड़ियों सूर्यकुमार यादव और तिलक वर्मा से बात की. उन्होंने यह भी बताया कि जब विराट ने दो साल पहले उनकी पहली बातचीत के बाद उनका नाम याद किया तो वह कितने हैरान थे. "उन्होंने मुझे खुद बुलाया. उन्होंने मुझसे पूछा 'क्या हाल चाल है, नेहल?' मैं हैरान था कि वह मेरा नाम भी जानते हैं. क्योंकि मुझे उम्मीद नहीं थी कि वह मेरा नाम याद रखेंगे. मैं खुश था. इसलिए, मुझे लगता है कि इसने मेरे लिए उनके पास जाकर सवाल पूछने का रास्ता खोल दिया. पिछले साल, मैं एक खिलाड़ी, तिलक या सूर्य भाई से कहता था कि मैं एक बार विराट भाई से बात करना चाहता हूं. ऐसे में मेरा सपना सच हुआ.