आईपीएल 2025 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की अगुआई कर रहे रजत पाटीदार ने खुलासा किया कि एक समय वह टीम में नहीं आना चाहते थे. वह गुस्से में थे. पाटीदार 2022 के सीजन को लेकर काफी निराश थे. दरअसल आश्वासन के बावजूद फ्रेंचाइज ने मेगा ऑक्शन में उन्हें नजरअंदाज कर दिया था. जिसके बाद वह टीम में चोटिल खिलाड़ी केरिप्लेसमेंट के तौर पर शामिल हुए. पाटीदार ने कहा कि वह तब दुखी और गुस्से में थे.
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पाटीदार ने यह भी स्वीकार किया कि आईपीएल 2025 से पहले कप्तानी मिलने के कारण वह दबाव महसूस कर रहे थे, लेकिन विराट कोहली के समर्थन भरे शब्दों ने उन्हें सहज कर दिया.पाटीदार इस सीजन में आरसीबी के मिडिल ऑर्डर के मुख्य खिलाड़ियों में से एक रहे हैं. उन्होंने 11 मैचों में 239 रन बनाए हैं. उनका लक्ष्य टीम को आईपीएल का पहला खिताब दिलाना है. पाटीदार ने ‘आरसीबी पॉडकास्ट’ पर कहा-
मुझे (आईपीएल 2022 के लिए मेगा नीलामी से पहले) एक मैसेज मिला था कि आप तैयार रहें… हम आपको चुनेंगे. मुझे थोड़ी उम्मीद थी कि मुझे एक और मौका मिलेगा (आरसीबी के लिए खेलने का), लेकिन मुझे मेगा ऑक्शन में नजरअंदाज किया गया. मैं इससे थोड़ा दुखी था.
मध्यप्रदेश के इस 31 साल के बल्लेबाज को हालांकि अपने राज्य के ही एक खिलाड़ी के चोटिल होने के बाद आरसीबी में वापसी करने का मौका मिला. पाटीदार हालांकि बेंगलुरु वापस आने के लिए उत्सुक नहीं थे, क्योंकि उन्हें पता था कि बड़े खिलाड़ियों से भरी टीम में खेलने का मौका शायद ही मिले. उन्होंने कहा-
मैंने (नीलामी में नहीं चुने जाने के बाद) इंदौर में अपने स्थानीय मैचों में खेलना शुरू कर दिया था. मुझे फिर फोन आया कि हम आपको लवनीथ सिसोदिया की जगह चुन रहे हैं. सिसोदिया चोटिल होने के कारण उस सीजन में टीम से बाहर हो गये थे.
पाटीदार ने कहा-
मैं सच कहूं तो किसी खिलाड़ी के रिप्लेसमेंट के तौर में नहीं आना चाहता था, क्योंकि मुझे लग रहा था कि मुझे वहां खेलने का मौका नहीं मिलेगा. मुझे हमेशा लगता है कि मैं वहां (डगआउट में) नहीं बैठना चाहता.
कप्तान के तौर पर मध्यप्रदेश को 2024-25 में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचने में अहम भूमिका निभाने वाले पाटीदार ने कहा-
मैंने कोहली को लंबे समय तक टीवी पर खेलते हुए देखा है. फिर आईपीएल और भारतीय टीम में उनके साथ खेलने का मौका मिला और उनसे कप्तानी की जिम्मेदारी मिलने पर मैं थोड़ा चिंतित और भावुक हो गया था.
उन्होंने बताय-
कोहली ने मुझसे कहा कि मैं इसका हकदार हूं और मैंने इसे हासिल किया है. इससे मेरा हौसला काफी बढ़ा.
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