IPL 2025 से पहले BCCI का तगड़ा फैसला, स्लो ओवर रेट पर बैन नहीं होंगे कप्तान! अब ऐसे मिलेगी सजा

IPL 2025 से पहले BCCI का तगड़ा फैसला, स्लो ओवर रेट पर बैन नहीं होंगे कप्तान! अब ऐसे मिलेगी सजा
हार्दिक पंड्या रपर स्लो ओवर रेट के चलते एक मैच का बैन लगा है.

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आईपीएल 2024 में दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान ऋषभ पंत को स्लो ओवर रेट के चलते एक मैच का बैन मिला था.

हार्दिक पंड्या स्लो ओवर रेट की वजह से आईपीएल 2025 में मुंबई इंडियंस का पहला मैच नहीं खेल रहे.

मुंबई में 20 मार्च को बीसीसीआई अधिकारियों और सभी 10 टीमों के कप्तानों की मीटिंग में यह निर्णय लिया गया.

आईपीएल 2025 से पहले नियमों में बदलाव का सिलसिला जारी है. भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने सीजन के आगाज से दो दिन पहले प्लेइंग कंडीशन में बदलाव किया है. इसके तहत अब धीमी ओवर गति के चलते कप्तानों को प्रतिबंध नहीं झेलना होगा. इसके बजाए अब डीमेरिट पॉइंट्स का नियम लाया जाएगा. किसी कप्तान पर हद पार हो जाने की स्थिति में ही प्रतिबंध लगेगा. मुंबई में 20 मार्च को बीसीसीआई अधिकारियों और सभी 10 टीमों के कप्तानों की मीटिंग में यह निर्णय लिया गया.

आईपीएल 2024 में दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान ऋषभ पंत को स्लो ओवर रेट के चलते एक मैच का बैन मिला था. इसके बाद हार्दिक पंड्या भी स्लो ओवर रेट के फेर में फंसे और अब आईपीएल 2025 में मुंबई इंडियंस का पहला मैच नहीं खेल पाएंगे. स्पोर्ट्स तक को मिली जानकारी के अनुसार, स्लो ओवर रेट को लेकर आईसीसी के पैटर्न को अपनाया जाएगा. जिसमें गलती के हिसाब से डीमेरिट पॉइंट दिए जाते हैं. ये पॉइंट तीन साल की अवधि के लिए मान्य होंगे.

IPL में कैसे काम करेगी स्लो ओवर रेट की सजा

 

स्पोर्ट्स तक को एक सूत्र ने बताया, 'स्लो ओवर रेट पर कप्तान को डीमेरिट पॉइंट्स दिए जाएंगे लेकिन उसे मैच का बैन नहीं झेलना होगा. लेवल एक के अपराध में 25 से 75 फीसदी मैच मैच काटी जाएगी और डीमेरिट पॉइंट मिलेंगे. लेवल दो के अपराध में चार डीमेरिट पॉइंट्स होंगे. हरेक चार डीमेरिट पॉइंट्स के लिए मैच रेफरी पेनल्टी लगा सकता है. इसके तहत 100 फीसदी मैच फीस कटौती या अतिरिक्त डीमेरिट पॉइटंस दिए जा सकते हैं. इन पॉइंट्स के चलते आगे चलकर मैच का बैन लग सकता है. लेकिन स्लो ओवर रेट के लिए फौरन मैच बैन नहीं लगेगा.'

BCCI ने IPL 2025 से पहले ये नियम भी बदले

 

बीसीसीआई ने इससे पहले गेंद पर लार लगाने पर लगी पाबंदी को भी हटाने का फैसला किया था. 2020 में कोविड-19 के बाद से यह रोक लगी हुई थी. इससे बॉलर्स को रिवर्स स्विंग हासिल करने में दिक्कत हो रही थी. वहीं रात के मैचों में ओस का असर खत्म करने को बीसीसीआई ने दूसरी पारी के 11वें ओवर के बाद गेंद बदलने का नियम लागू किया है. इसका अधिकार अंपायर्स के पास होगा. साथ ही गेंद बदलने का नियम केवल रात के मैचों पर लागू होगा.

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