'दिमाग काम कर रहा है लेकिन शरीर साथ नहीं देता', वीरेंद्र सहवाग ने बताई बढ़ती उम्र में खेलने की दिक्कतें

'दिमाग काम कर रहा है लेकिन शरीर साथ नहीं देता', वीरेंद्र सहवाग ने बताई बढ़ती उम्र में खेलने की दिक्कतें

भारत के पूर्व विस्‍फोटक सलामी बल्‍लेबाज वीरेन्‍द्र सहवाग ने कहा है कि ‘लेजेंड्स क्रिकेट लीग’ के जरिये क्रिकेट के मैदान पर फिर से उतरने की उन्‍हें खुशी है. वह बल्‍लेबाजी के जरिये अपने प्रशंसकों का फिर से मनोरंजन करने की कोशिश करेंगे. लीजेंड्स क्रिकेट लीग में गुजरात जायंट्स टीम की कप्‍तानी कर रहे सहवाग ने सोमवार (19 सितंबर) को लखनऊ के इकाना स्‍टेडियम में मणिपाल टाइगर्स के साथ मुकाबले से पहले प्रेस कांफ्रेंस में कहा 'एक बार फिर क्रिकेट के मैदान पर उतरने की खुशी है. कोशिश करूंगा कि प्रशंसकों का अपनी बल्लेबाजी के द्वारा फिर से मनोरंजन करूं. उम्‍मीद करता हूं कि हमारी टीम अच्‍छा खेले और ट्रॉफी जीते.'

लंबे समय बाद क्रिकेट मैदान पर लौटने के लिए फिटनेस बनाये रखना कितना चुनौतीपूर्ण है. इस सवाल पर 'मुल्‍तान के सुल्‍तान' नाम से मशहूर सहवाग ने कहा, 'हम लोग अब वैसे फिट नहीं हैं जैसे पहले भारतीय टीम के लिये खेलते वक्‍त थे. दिमाग बहुत अच्‍छी तरह काम कर रहा है मगर शरीर उस तरह काम नहीं करता. यह उम्र की दिक्‍कत होती है, लेकिन महत्‍वपूर्ण बात यह है कि दूसरी टीमों में भी इसी उम्र के खिलाड़ी खेल रहे हैं, इसलिए मामला बराबरी का रहता है.'

बैटिंग से ज्यादा बॉलिंग में दिक्कत

गुजरात जायंट्स के आयरिश खिलाड़ी केविन ओ ब्रायन ने इस अवसर पर कहा कि वह भारत आकर खुश हैं,क्योंकि यहां क्रिकेट एक जुनून है, इस टूर्नामेंट को लेकर गजब का उत्‍साह है. उन्‍होंने कहा कि वह सहवाग के साथ ओपनिंग करने का लुत्फ उठा रहे हैं. टीम के कोच वेंकटेश प्रसाद ने कहा कि लीजेंड्स क्रिकेट लीग एक शानदार मंच है. गुजरात जायंट्स के कई खिलाड़ी जैसे सहवाग, क्रिस गेल और दिलशान वाकई जायंट्स हैं. टीम का मूल मंत्र यही है कि लोगों का मनोरंजन हो और मैदान पर अपना सर्वश्रेष्‍ठ दें.