भारत ने बेंगलुरु टेस्ट में न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरी पारी में वापसी करते हुए तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक तीन विकेट पर 231 रन बनाए. कप्तान रोहित शर्मा (52), विराट कोहली (70) और सरफराज खान (70) ने अर्धशतक लगाए जिससे टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड की बढ़त को पाटा जो अब केवल 125 रन की बची है. भारत ने अगर दिन की आखिरी गेंद पर कोहली का विकेट नहीं खोया होता तो वह और भी बेहतर हालात में होता. पूर्व कप्तान ने आउट होने से पहले सरफराज के साथ तीसरे विकेट के लिए 136 रन की साझेदारी की. सरफराज अभी नाबाद हैं.
इससे पहले न्यूजीलैंड ने डेवॉन कॉनवे की फिफ्टी के बाद तीसरे दिन रचिन रवींद्र (134) और टिम साउदी (65) की जबरदस्त बैटिंग के बूते पहली पारी में 402 रन बनाए. रचिन ने टेस्ट करियर का दूसरा शतक लगाया और 157 गेंद का सामना करते हुए 13 चौके व चार छक्कों से सजी पारी खेली. साउदी ने पांच चौकों व चार छक्कों से आतिशी 65 रन बनाए. भारत की ओर से रवींद्र जडेजा और कुलदीप यादव को तीन-तीन कामयाबी मिली.
भारतीय टीम ने पहली पारी में 46 रन पर सिमटने के बाद दूसरी पारी में दमदार आगाज किया. रोहित और यशस्वी जायसवाल ने शुरुआत में सतर्कता बरती लेकिन एक बार कंडीशन को समझने के बाद खुलकर शॉट लगाए. दोनों ने 72 रन की साझेदारी की. अच्छे रंग में दिख रहे जायसवाल ने बाहर निकलकर बड़ा शॉट लगाने की कोशिश की लेकिव एजाज पटेल की गेंद को पढ़ नहीं पाए और स्टंप हो गए. उन्होंने 52 गेंद खेली और छह चौकों से 35 रन बनाए.
रोहित शर्मा ने उड़ाई फिफ्टी
कप्तान रोहित ने पिछली पारी की नाकामी को भुलाते हुए करारे प्रहार करते हुए इरादे जाहिर कर दिए. उन्होंने 59 गेंद में 50 रन का आंकड़ा पार किया. कीवी टीम का कोई बॉलर उन्हें परेशान नहीं कर पा रहा था. लेकिन आठ चौकों व एक छक्के से 52 रन बनाने के बाद एजाज की गेंद को डिफेंड करते हुए बोल्ड हो गई. गेंद उनके बल्ले से लगने के बाद टप्पा खाकर बेल्स बिखेर गई.
कोहली-सरफराज का आतिशी खेल
95 पर दो विकेट गिरने के बाद कोहली और सरफराज साथ आए. इन दोनों का पहली पारी में खाता नहीं खुला था. कोहली को दूसरी पारी में पहला रन बनाने के लिए 15 गेंद खेलनी पड़ी. लेकिन इसके बाद वे पूरी तरह से सहज दिखे और उन्हें किस्मत का भी साथ मिला. सरफराज ने अपने सीनियर साथी की तुलना में आक्रामकता बरती और कई अनोखे शॉट लगाए. उन्होंने स्वीप के जरिए एजाज की स्पिन को काउंटर किया. दो छक्के तो उन्होंने इसी शॉट के जरिए लगाए. अपर कट के जरिए उन्होंने एक चौका बटोरा. सरफराज ने 42 गेंद में फिफ्टी पूरी की.
कोहली शुरू में जूझते दिखे लेकिन सरफराज के काउंटर के बाद उन्होंने भी हाथ खोले. अपना ट्रेडमार्क कवर ड्राइव लगाते हुए कीवी टीम को संकेत दे दिए. इसके बाद कोहली ने कदमों का शानदार इस्तेमाल करते हुए रन जुटाए. उन्होंने 70 गेंद में अर्धशतक पूरा किया. कोहली और सरफराज के बीच 101 गेंद में शतकीय साझेदारी हुई. कोहली ने इस दौरान टेस्ट क्रिकेट में 9000 रन पूरे किए. वे ऐसा करने वाले भारत के चौथे बल्लेबाज हैं. कोहली जब 53 रन के स्कोर पर थे जब ग्लेन फिलिप्स की गेंद पर एजाज पटेल ने उन्हें जीवनदान दिया. वे स्लिप में उनका कैच नहीं ले पाए. लेकिन दिन की आखिरी गेंद पर वे ग्लेन फिलिप्स के शिकार बन गए और विकेट के पीछे लपके गए. कोहली ने आठ चौकों व एक छक्के से 70 रन बनाए.
न्यूजीलैंड की बैटिंग में क्या हुआ
इससे पहले दिन की शुरुआत तीन विकेट पर 180 रन से करते हुए न्यूजीलैंड को भारतीय गेंदबाजों ने खेल के शुरुआती घंटे में चार झटके दिए इससे टीम का स्कोर सात विकेट पर 233 रन हो गया. सबसे पहले मोहम्मद सिराज की गेंद पर डेरिल मिचेल (18) दूसरे दिन के स्कोर 14 रन में चार रन जोड़कर जायसवाल को आसान कैच दे बैठे. जसप्रीत बुमराह ने इसके बाद दूसरे स्लिप में खड़े केएल राहुल के हाथों टॉम ब्लंडेल (5) को चलता किया. जडेजा ने ग्लेन फिलिप्स (14) और फिर मैट हेनरी (5) को बोल्ड कर मैच में भारत की वापसी कराई. जब लग रहा था कि न्यूजीलैंड की पारी जल्द ही सिमट जाएगी तब रचिन और पूर्व कप्तान साउदी ने दमदार खेल दिखाया. इन दोनों ने शतकीय साझेदारी करते हुए न्यूजीलैंड को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया.
रचिन ने ठोका दूसरा टेस्ट शतक
रचिन ने अश्विन की गेंद पर चौका लगाकर करियर का दूसरा टेस्ट शतक पूरा किया. बेंगलुरु में यह उनका दूसरा शतक रहा. पिछले साल वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने सैकड़ा लगाया था. रचिन का परिवार कर्नाटक का ही रहने वाला है. दूसरी तरफ से साउदी ने आक्रामक खेल दिखाते हुए टेस्ट करियर का पांचवां अर्धशतक लगाया. आठवें विकेट के लिए उन्होंने रचिन के साथ 137 रन की साझेदारी की. सिराज ने साउदी को जडेजा के हाथों कैच कराकर भारत को आठवीं कामयाबी दिलाई. रचिन ने हालांकि कीवी टीम को 400 के पार करा दिया. वे आखिरी विकेट के रूप में छक्का लगाने की कोशिश में कुलदीप यादव की गेंद ध्रुव जुरेल के हाथों लपके गए.