IND vs NZ: माइकल वॉन ने टीम इंडिया को न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज हारने से पहले चिढ़ाया, बोले- एक चतुर टीम...

IND vs NZ: माइकल वॉन ने टीम इंडिया को न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज हारने से पहले चिढ़ाया, बोले- एक चतुर टीम...

Highlights:

भारत को दूसरे टेस्ट में 113 रन से हार झेलनी पड़ी.

भारत 12 साल बाद घर पर टेस्ट सीरीज हारा है.

भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में हार का सामना करना पड़ा. बेंगलुरु के बाद पुणे में भी हार के बाद वह सीरीज में 2-0 से पीछे हो गया. 12 साल बाद भारतीय टीम घर पर टेस्ट सीरीज हारी है. पुणे में न्यूजीलैंड ने भारत के सामने जीत के लिए 359 रन का लक्ष्य रखा था. इसका पीछा करते हुए भारतीय टीम 245 रन पर सिमट गई. उसकी तरफ से यशस्वी जायसवाल ने अर्धशतक लगाया और निचले क्रम में रवींद्र जडेजा ने जुझारूपन दिखाया लेकिन यह काफी नहीं था. इस तरह कीवी टीम ने पहली बार भारतीय धरती पर टेस्ट सीरीज जीत ली. इस नतीजे से पहले इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने सोशल मीडिया के जरिए भारतीय टीम और फैंस को चिढ़ा दिया. 

भारतीय टीम जब हार की कगार पर थी और 167 रन पर सात विकेट गंवा चुकी थी तब माइकल वॉन ने ट्वीट किया. उन्होंने न्यूजीलैंड को दुनिया की सबसे चतुर क्रिकेट बताया. उन्होंने लिखा, 'विश्व क्रिकेट की सबसे चतुर टीम भारत में सीरीज जीतने वाली है.' भारत को 2012 के बाद पहली बार घर में टेस्ट सीरीज गंवानी पड़ी है. इससे पहले आखिरी बार उसे इंग्लैंड ने 2-1 से पीटा था.

भारत की दूसरी पारी की बैटिंग में क्या हुआ

 

भारत को पुणे टेस्ट में तीन दिन के अंदर शिकस्त मिली. उसके गेंदबाजों ने कीवी टीम को दूसरी पारी में 255 रन पर समेटा. रवींद्र जडेजा ने तीन विकेट चटकाए. इससे टीम इंडिया को 359 रन का लक्ष्य मिला. इसके बाद रोहित शर्मा (8) का विकेट जल्दी ही गिर गया लेकिन जायसवाल ने शुभमन गिल के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 62 रन की साझेदारी की. तब लग रहा था कि टीम इंडिया लक्ष्य के करीब पहुंच सकती है.

जायसवाल के तूफानी खेल के बाद फिसली भारतीय बैटिंग

 

जायसवाल ने तूफानी बैटिंग की और इस साल 1000 टेस्ट रन पूरे किए. वे 65 गेंद में नौ चौकों व तीन छक्कों से 77 रन बनाने के बाद तीसरे विकेट के रूप में आउट हुए. इसके बाद भारतीय पारी ढह गई. बाकी के बल्लेबाज मिचेल सैंटनर की फिरकी में फिर से फंसे और टीम इंडिया 245 रन पर ढेर हो गई. इस तरह उसे 113 रन की पराजय झेलनी पड़ी.