भारतीय टीम 2024 से पहले 2012 में आखिरी बार घर पर टेस्ट सीरीज हारी थी. उसमें रवींद्र जडेजा ने डेब्यू किया था. इसके बाद अब फिर से भारत घर पर हारा है. रवींद्र जडेजा ने इस ताजा शिकस्त के बारे में कहा कि अब तक जब वे टेस्ट खेल रहे थे तब अजेय रहने का भाव रहा था. हालांकि उन्हें डर रहता था कि टीम इंडिया घर पर हार रह सकती है और यह डर वर्तमान सीरीज में सच हो गया. भारतीय टीम तीन मैच की सीरीज में न्यूजीलैंड के सामने पहले दो टेस्ट हार गई और उसका घर पर 18 सीरीज से नहीं हारने का सिलसिला खत्म हो गया. जडेजा ने कीवी टीम के हाथों सीरीज गंवाने के बारे में कहा, 'पहली बात तो यह है कि मुझे डर था. व्यक्तिगत तौर पर मैंने सोचा कि जब तक मैं खेल रहा हूं तब तक मैं भारत में सीरीज नहीं हारूंगा. लेकिन यह भी हो गया.'
भारत के लिए 77 टेस्ट खेल चुके जडेजा का मानना है कि हालिया शिकस्त ने उन्हें नया अनुभव दिया है और अब वे किसी भी चीज से चकित नहीं होंगे. उन्होंने कहा, 'हमने 18 सीरीज जीती. मैंने सोचा था कि मेरे टेस्ट क्रिकेट खेलने तक भारत में हम सीरीज नहीं हारेंगे लेकिन ऐसा हो गया. इसलिए मैं अब किसी भी से अचंभित नहीं हो पाऊंगा. हमने उम्मीदों को काफी ऊपर रखा था. पिछले 12 साल में हमने एक भी सीरीज नहीं गंवाई और जिनमें भी मैं खेला उनमें हम केवल पांच टेस्ट हारे हैं. मुझे लगता है कि यह शानदार उपलब्धि है लेकिन जब आप इतना ऊपर बेंचमार्क बनाते हैं और सीरीज हारते हैं तो यह सबसे अलग बात होती है और अभी यही हो रहा है.'
न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत के पास अभी एक टेस्ट बचा है. मुंबई में खेले जा रहे आखिरी मुकाबले में भारत ने पहले दिन मेहमानों को 235 पर समेटा लेकिन खुद के भी चार विकेट 86 रन पर गंवा दिए. अब उस पर क्लीन स्वीप का खतरा है.
जडेजा बोले- हार की जिम्मेदारी सबकी है
जडेजा ने कहा कि न्यूजीलैंड से सीरीज हार की जिम्मेदारी सभी खिलाड़ियों के कंधों पर रहेगा. उन्होंने कहा, 'जब हम जीतते हैं तो हम साथ में ट्रॉफी उठाते हैं. अब हम सीरीज हारे हैं तो टीम के सभी 15 को मिलकर इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी.'
- रोहित-धोनी-कोहली से भी ज्यादा इस खिलाड़ी को मिलेंगे पैसे, ऑक्शन में गए बिना ही बन गया सबसे महंगा
- IPL Retentions 2025: इन टीमों के कप्तानों को फ्रेंचाइज ने नहीं किया रिटेन, IPL मेगा नीलामी में एंट्री के लिए तैयार, जानें पूरी लिस्ट