सरफराज खान ने टेस्ट क्रिकेट में पहला शतक जड़ दिया. बेंगलुरु में भारत और न्यूजीलैंड के बीच पहले टेस्ट में 110 गेंद में उन्होंने यह उपलब्धि हासिल की. सरफराज खान ने चौथे टेस्ट में करियर का पहला इंटरनेशनल शतक लगाया. उन्होंने चौथे दिन की सुबह तेजी से रन बटोरे और 100 रन का आंकड़ा पार किया. उन्होंने 13 चौकों व तीन छक्कों की मदद से शतक पूरा किया. तीसरे दिन के खेल के बाद सरफराज 70 रन बनाकर नाबाद थे. इस टेस्ट से पहले नाबाद 68 रन उनका इस फॉर्मेट में सर्वोच्च स्कोर था जो उन्होंने राजकोट में इंग्लैंड के खिलाफ अपने डेब्यू टेस्ट में बनाया था.
सरफराज खान ने बेंगलुरु टेस्ट में अतरंगी शॉट्स लगाते हुए कीवी टीम को काफी परेशान किया. उन्होंने दूसरी पारी में अलग-अलग तरह के अपर कट्स लगाए और मनमर्जी से बाउंड्री बटोरी. यह बल्लेबाज पहली पारी में बिना खाता खोले आउट हो गया था. लेकिन दूसरी पारी में उन्होंने न्यूजीलैंड को कोई मौका नहीं दिया. यह 22वीं बार है जब किसी भारतीय बल्लेबाज ने एक ही टेस्ट में जीरो पर आउट होने के बाद शतक लगाया है. पिछले महीने ही शुभमन गिल ने बांग्लादेश के खिलाफ चेन्नई टेस्ट में ऐसा किया था. सरफराज से पहले शिखर धवन भी न्यूजीलैंड के खिलाफ ऐसा कर चुके हैं.
सरफराज जब बैटिंग के लिए उतरे तब भारतीय टीम 95 के स्कोर पर दो विकेट गंवा चुकी थी. इसके बाद उन्होंने विराट कोहली (70) के साथ मिलकर 136 रन की साझेदारी की और टीम को मजबूत स्कोर की तरफ बढ़ा दिया.
सरफराज ने चौथे नंबर पर आकर ठोकी फिफ्टी
सरफराज ने 90 से ऊपर की स्ट्राइक रेट से अपने टेस्ट करियर का पहला शतक लगाया. वे इस टेस्ट में चौथे नंबर पर बैटिंग के लिए आए थे. आमतौर पर वे घरेलू क्रिकेट और टीम इंडिया में पांचवें नंबर पर उतरते हैं. इस मुकाबले से पहले उन्होंने तीन बार अर्धशतक लगाए थे लेकिन कभी भी शतक तक नहीं पहुंचे थे. डेब्यू में उन्होंने दोनों पारियों में अर्धशतक लगाए थे. इसके बाद धर्मशाला टेस्ट में भी उन्होंने पचासा जड़ा था. वे अभी तक के अपने टेस्ट करियर में दो बार बिना खाता खोले भी आउट हुए हैं.