न्यूजीलैंड के खिलाफ पहल वनडे में जब टीम इंडिया हैदराबाद के राजीव गांधी स्टेडियम में खेलने उतरी तो फैंस ने यही सोचा था कि टीम को आसान जीत मिलेगी. और शुभमन गिल के दोहरे शतक ने इस बात पर तकरीबन मुहर भी लगा दी थी. लेकिन न्यूजीलैंड के माइकल ब्रेसवेल जब तक क्रीज पर जमे रहे ऐसा मुमकिन नहीं लग रहा था. इस बल्लेबाज ने 78 गेंद पर 140 रन ठोक भारतीय गेंदबाजों की नाक में दम कर दिया. अंतिम ओवर तक ये बल्लेबाज जीत न्यूजीलैंड की झोली में डाल चुका था लेकिन शार्दुल की एक गेंद पर पूरा मैच ही पलट गया और भारत ने इस रोमांचक मुकाबले पर 12 रन से कब्जा कर लिया. टीम इंडिया को भले ही जीत मिली हो लेकिन टीम के कुछ फैसले और खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन ने अब टीम पर सवाल उठा दिए हैं. ये सवाल इतने गहरे हैं कि टीम को इस साल होने वाले वनडे वर्ल्ड कप में भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है. ऐसे में हम आपके लिए वो 5 सबक लेकर आए हैं जिसपर अगर रोहित एंड कंपनी ने गौर नहीं फरमाया तो टीम की नैया डूब सकती है.
कप्तान को रंग में आना होगा
टीम भले ही जीत रही है लेकिन सबसे बड़ी चिंता यहां रोहित का न चलना है. टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा दूसरे ओपनर के साथ मिलकर अच्छी शुरुआत तो दे रहे हैं लेकिन वो अपनी पारी को बड़ी बनाने में लगातार नाकाम हो रहे हैं. श्रीलंका के खिलाफ पहले वनडे में 83 रन की पारी खेलने के बाद रोहित फेल रहे थे. न्यूजीलैंड के खिलाफ भी रोहित ने अच्छी शुरुआत की लेकिन एक बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में रोहित 34 रन पर आउट हो गए. ऐसे में रोहित का चलना बेहद जरूरी है क्योंकि जिस दिन टीम के दूसरे बल्लेबाज भी फेल हुए तो भारत को करारी हार का सामना करना पड़ सकता है.
इशान किशन का कंफ्यूजन
भारतीय टीम के ओपनर इशान किशन ने जब बांग्लादेश के खिलाफ तीसरे और आखिरी वनडे में दोहरा शतक ठोका था तब इस बल्लेबाज को टीम इंडिया का अगला उभरता हुआ ओपनर बताया गया था. लेकिन उनके बैटिंग ऑर्डर को लेकर लगातार कंफ्यूजन हो रही है जिसके चलते उन्हें एक जगह पर खेलने का मौका नहीं मिल रहा है. इस बल्लेबाज के बैटिंग पोजिशन के साथ काफी ज्यादा छेड़छाड़ किया जा रहा है जो उनके प्रदर्शन पर भी दिख रहा है. न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले वनडे में भी इशान के साथ ओपनिंग नहीं करवाई गई और उन्हें चौथे नंबर पर खिलाया गया. ऐसे में इशान सिर्फ 5 रन बनाकर चलते बने.
शार्दुल-वाशिंगटन क्यों टीम में
न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले वनडे मुकाबले में टीम इंडिया ने वाशिंगटन सुंदर और शार्दुल ठाकुर के रूप में ऑलराउंडर्स खिलाए. लेकिन दोनों ही न तो बल्लेबाजी में चल पाए और न ही गेंदबाजी में. ऐसे में टीम इंडिया के लिए ऐसा रिस्क नुकसान पहुंचा सकता है. ठाकुर 3 रन बनाकर आउट हो गए जबकि सुंदर के पास बल्लेबाजी दिखाने का अच्छा मौका था लेकिन वो भी 12 रन पर चलते बने. गेंदबाजी में भी दोनों कुछ खास नहीं कर पाए. शार्दुल ठाकुर ने 7.2 ओवर फेंक जिसमें उन्हें भले ही 2 विकेट मिले लेकिन उनकी खूब पिटाई हुई और उन्होंने 7.40 की इकॉनमी से कुल 54 रन खाए. इसके अलावा वाशिंगटन सुंदर को भी 7 ओवरों में बिना किसी विकेट के 50 रन पड़े.
कमजोर गेंदबाजी
टीम इंडिया की कमजोर गेंदबाजी हम पहले भी देख चुके हैं. चाहे बांग्लादेश के पहले दो वनडे मैचों की बात करें या फिर श्रीलंका सीरीज के खिलाफ. टीम के बल्लेबाज बड़ा स्कोर तो बना देते हैं लेकिन गेंदबाज इस स्कोर को बचा नहीं पाते. भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले वनडे में 349 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया. रोहित शर्मा ने अपने 6 गेंदबाजों का इस्तेमाल किया लेकिन इसके बावजूद न्यूजीलैंड की टीम 337 रन तक पहुंचने में कामयाब रही. हार्दिक पंड्या जैसे ऑलराउंडर्स को 7 ओवरों में कुल 70 रन पड़े. वहीं बुमराह की गैरमौजूदगी में पूरा दारोमदार मोहम्मद शमी पर है. लेकिन शमी को 10 ओवरों में कुल 69 रन पड़े. इसके अलावा ठाकुर, सुंदर को भी 50 से ज्यादा रन पड़े. ऐसे में टीम मैनेजमेंट और रोहित शर्मा को इस मामले में सोचने की जरूरत है. वनडे वर्ल्ड कप में कई मजबूत टीमें होंगी और अगर ऐसे ही गेंदबाजों की धुनाई होती रही तो वर्ल्ड कप का सपना धुंधला होता चला जाएगा.