जयदेव उनादकट की आग उगलती गेंदों ने काटा बवाल, खाता भी नहीं खोल पाए दिल्ली के टॉप 4 बल्लेबाज, पहले ओवर में हैट्रिक लेकर रचा इतिहास

जयदेव उनादकट की आग उगलती गेंदों ने काटा बवाल, खाता भी नहीं खोल पाए दिल्ली के टॉप 4 बल्लेबाज, पहले ओवर में हैट्रिक लेकर रचा इतिहास

बांग्लादेश (Bangladesh) के खिलाफ भारत के लिए दूसरे टेस्ट में 12 साल बाद वापसी करने वाले जयदेव उनादकट (Jaydev Unadkat) को टेस्ट में दोबारा मौका मिला था तो उनादकट भावुक हो गए थे, उस मैच में उनादकट ने अच्छा प्रदर्शन किया था. ऐसे में एक बार फिर ये गेंदबाज चर्चा में है. और इस बार इस गेंदबाज ने कुछ ऐसा किया है जो अब तक रणजी में कोई नहीं कर पाया है. दिल्ली और सौराष्ट्र के बीच खेले जा रहे मुकाबले में उनादकट की आग उगलती गेंदों ने ऐसा बवाल काटा की दिल्ली के पहले तीन विकेट 0 के स्कोर पर गिर गए. वहीं 6 के कुल स्कोर पर आधी टीम पवेलियन लौट गई.

पहले ओवर में हैट्रिक
जयदेव उनादकट ने दिल्ली के खिलाफ पहले ओवर में हैट्रिक लेकर नया इतिहास बना दिया. रणजी में पहली बार ऐसा हुआ है जब किसी गेंदबाज ने पहले ओवर में हैट्रिक ली हो. वहीं, इरफान पठान टेस्ट क्रिकेट में पहले ही ओवर में हैट्रिक लेने वाले पहले गेंदबाज रह चुके हैं. उनादकट सौराष्ट्र के कप्तान हैं. उन्होंने पहले ओवर की तीसरी गेंद पर ध्रुव शोरे, चौथी पर वैभव रावल और पांचवी पर यश ढुल को पवेलियन भेजा. दिल्ली ने यहां टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था जो कुछ मिनटों के भीतर ही गलत साबित हुआ.

इससे पहले अगर किसी गेंदबाज ने मैच में इतनी जल्दी हैट्रिक लिया था तो वो कर्नाटक के तेज गेंदबाज विनय कुमार थे. उन्होंने साल 2017-18 के क्वार्टरफाइनल मुकाबले में मुंबई के खिलाफ कमाल किया था. विनय कुमार ने पहला और तीसरा ओवर मिलाकर हैट्रिक लिया था. उनादकट की शानदार गेंदबाजी का नतीजा ये रहा कि, दूसरा ओवर खत्म होने तक इस गेंदबाज के खाते में कुल 5 विकेट हो गए थे. यानी की 12 गेंदों में इस गेंदबाज ने 5 विकेट अपने नाम कर लिए.

 

दिल्ली की टीम का बुरा हाल
खबर लिखते वक्त दिल्ली का स्कोर 8 विकेट के नुकसान पर कुल 66 रन था. टीम के 5 बल्लेबाज बिना खाता खोले पवेलिटन लौट चुके हैं. फिलहाल क्रीज पर ऋतिक शौकीन और शिवांक वशिष्ठ की जोड़ी बल्लेबाजी कर रही है. उनादकट गेंदबाज और कप्तान के रूप में धमाल मचा रहे हैं. पिछले महीने, वह सौराष्ट्र के लिए विजय हजारे ट्रॉफी में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे, उन्होंने 10 मैचों में 3.33 की इकॉनमी से 19 विकेट लिए थे. फिर, मीरपुर में उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ अपना पहला टेस्ट विकेट लिया.