तेज गेंदबाज आकाश दीप के पांच विकेट से बंगाल ने रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल मैच के तीसरे दिन गत चैम्पियन मध्य प्रदेश की पहली पारी को सस्ते में समेट कर मैच पर अपना दबदबा बना लिया. आकाश दीप के 42 रन पर पांच विकेट से मध्य प्रदेश की पहली पारी महज 170 रन पर सिमट गयी. मध्यप्रदेश के लिए सारांश जैन से सबसे ज्यादा 65 रन बनाए. झारखंड के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मुकाबले में शानदार प्रदर्शन करने वाले आकाश दीप ने लगातार गेंदों पर सारांश के ऑफ स्टंप को उखाड़ने के बाद कुमार कार्तिकेय को पगबाधा कर मैच में बंगाल की पकड़ बना दी. उन्होंने आवेश खान के विकेट से साथ फर्स्ट क्लास क्रिकेट में चौथी बार पांच विकेट लेने का कारनामा किया.
बंगाल ने पहली पारी में 268 रन की बढ़त हासिल की लेकिन कप्तान मनोज तिवारी ने फॉलोऑन नहीं देने का फैसला किया. बंगाल ने दूसरी पारी में दो विकेट पर 59 रन बना लिए जिससे उसकी कुल बढ़त 327 रन की हो गयी.
33 साल चैंपियन बना था बंगाल
दो बार की चैम्पियन बंगाल ने पिछली बार 2020 में फाइनल का टिकट कटाया था. तब सौराष्ट्र के हाथों उसे शिकस्त मिली थी. टीम ने आखिरी बार 1989-90 में खिताब जीता था. स्टंप्स के समय पहली पारी में शतक जड़ने वाली सुदीप घरामी (12) और अनुस्तूप मजूमदार (नौ) की जोड़ी क्रीज पर मौजूद थी. सलामी बल्लेबाज अभिमन्यु ईश्वरन (19) और करण लाल (17) आउट होने वाले बल्लेबाज हैं. इससे पहले मध्य प्रदेश ने दिन की शुरुआत दो विकेट पर 56 रन से आगे से की लेकिन नाइट वॉचमैन अनुभव अग्रवाल सिर्फ दो रन जोड़कर मुकेश कुमार की गेंद पर आउट हो गए.
89 रन पर एमपी की आधी टीम आउट
दूसरे छोर पर आकाश दीप ने रजत पाटीदार को बिना खाता खोले बोल्ड किया, जबकि बाएं हाथ के स्पिनर शाहबाज अहमद ने कप्तान आदित्य श्रीवास्तव (सात) को आउट किया. मध्यप्रदेश की आधी टीम 89 रन पर पवेलियन लौट चुकी थी. वेंकटेश अय्यर जवाबी हमला करते हुए आकाश दीप पर छक्का जड़ा, लेकिन वह शाहबाज के दूसरे शिकार बने. सारांश और शुभम शर्मा (नाबाद 44) ने इसके बाद 54 रनों की साझेदारी कर मैच में बंगाल की वापसी करायी लेकिन इसके टूटते ही टीम की पारी लड़खड़ा गयी.