Ranji Trophy : बिना जडेजा व पुजारा के सौराष्ट्र सेमीफाइनल में, 9वें नंबर का जांबाज बना हीरो, गेंद-बल्ले से मचाई तबाही

Ranji Trophy : बिना जडेजा व पुजारा के सौराष्ट्र सेमीफाइनल में, 9वें नंबर का जांबाज बना हीरो, गेंद-बल्ले से मचाई तबाही

भारत के घरेलू क्रिकेट में जारी रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) सीजन 2022-23 के क्वार्टरफाइनल मैच में सौराष्ट्र की टीम ने अपने प्रमुख खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा, रवींद्र जडेजा और जयदेव उनादकट के बिना भी सेमीफाइनल तक का रास्ता तय कर लिया है. क्योंकि पंजाब के खिलाफ क्वार्टरफाइनल में सौराष्ट्र के लिए इन तीनों धाकड़ खिलाड़ियों की कमी 9वें नंबर के जांबाज पार्थ भुट ने पूरी कर डाली. पार्थ ने दोनों पारियों में मिलाकर जहां 162 रन बनाए तो गेंदबाजी से आठ विकेट चटका डाले. जिसके चलते सौराष्ट्र ने पंजाब को 71 रन से हराकर सेमीफाइनल में जगह बना डाली है. अब उनका सामना कर्नाटक की टीम से होगा. वहीं पुजारा, जडेजा और उनादकट ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में व्यस्त हैं.

 

पार्थ का पंजा 
पंजाब को दूसरी पारी में जीत के लिए सौराष्ट्र ने 252 रनों का लक्ष्य दिया था. इसके जवाब में मैच के चौथे दिन तक पंजाब ने दो विकेट पर 52 रन बना डाले थे. जिसके बाद मैच के अंतिम दिन एक बार फिर से सौराष्ट्र के गेंदबाजों ने कहर बरपाया और 50 के स्कोर पर दूसरा विकेट खोने के बाद पंजाब की टीम 180 रनों पर ऑलआउट हो गई. इस तरह 130 रनों के भीतर पंजाब के 8 विकेट गिरे और उसकी टीम अपने टारगेट से 71 रन दूर रह गई. सौराष्ट्र के लिए दूसरी पारी में भी पार्थ ने अपनी स्पिन गेंदबाजी से जलवा दिखाया और पांच विकेट चटकाए. जिससे उनकी टीम जीतने में कामयाब रही.

 

पहली पारी में पार्थ ने जड़ा था शतक 
राजकोट के मैदान में 31 जनवरी से खेले जाने वाले इस मैच के पहले दिन सौराष्ट्र के एक समय 147 रन पर सात विकेट गिर गए थे. जिसके बाद 9वें नंबर पर बलेबाजी करने आए पार्थ ने सभी का दिल जीत लिया. पार्थ ने ना सिर्फ सौराष्ट्र की पारी को संभाला बल्कि पंजाब के गेंदबाज अंत तक पहली पारी में उन्हें आउट भी नहीं कर सके. पार्थ ने 155 गेंदों में चार छक्के और 11 चौके से 111 रनों की नाबाद पारी खेली. जिससे सौराष्ट्र की टीम 303 रनों को स्कोर तक पहुंच सकी थी.

 

पंजाब का पलटवार 
अब बल्ले से शतक जड़ने के बाद पार्थ ने गेंदबाजी से धमाल मचाया और पहली पारी में सौराष्ट्र के लिए 35 ओवर में 114 रन देकर तीन विकेट चटकाए. जबकि धर्मेंद्रसिंह जडेजा ने भी पांच विकेट निकाले. इन दोनों की गेंदबाजी के बावजूद पंजाब की टीम ने पहली पारी में दमखम दिखाया और विशाल 431 रनों का स्कोर बनाया. पहली पारी में उसके लिए प्रभसिमरन सिंह ने 126 रन तो नमन धीर ने 131 रनों की शतकीय पारी खेली थी.

 

पार्थ बने हीरो 
अब पंजाब से पीछे होने के बाद सौराष्ट्र ने दूसरी पारी में फिर से वापसी की और 379 रन बनाते हुए पंजाब को 252 रनों का लक्ष्य दे डाला. इस पारी में भी पार्थ का बल्ला एक बार फिर से चला और उन्होंने 9वें नंबर पर ही बल्लेबाजी करते हुए 68 गेंद में चार चौके और दो छक्के से 51 रन बनाए. जबकि प्रेरक मांकड़ ने सबसे अधिक 88 रनों की पारी खेली. इसके बाद पंजाब के सामने दूसरी पारी में पार्थ ने पांच विकेट लिए और उसकी टीम को 71 रनों से हारने पर मजबूर कर डाला. इस तरह दोनों पारी मिलाकर पार्थ ने जहां 162 रन बनाए तो कुल 8 विकेट भी हासिल किए. जिसके चलते उन्हें सौराष्ट्र की जीत का हीरो माना जा रहा है.