क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर ने रणजी ट्रॉफी 2022-23 सीजन में अपना डेब्यू करते हुए पहले मैच में ही शतक जड़ डाला. इस तरह अर्जुन ने भी पिता सचिन तेंदुलकर की राह पर चलते हुए रणजी ट्रॉफी के डेब्यू में शतक जमाया. सचिन ने भी साल 1988-89 के रणजी सीजन में गुजरात के खिलाफ अपने पहले ही मैच में शतक लगाया था. इस तरह अर्जुन के प्रदर्शन पर अब उनके पिता सचिन तेंदुलकर का बयान सामने आया है. सचिन ने कहा है कि मैं उसे अपने ही माता-पिता द्वारा दी जाने वाली आजादी से क्रिकेट खेलते देखना चाहता हूं. इतना ही नहीं सचिन ने अपने पिता के द्वारा कही हुई एक दिलचस्प बात को भी साझा किया.
राजस्थान के खिलाफ जड़ा शतक
गौरतलब है कि अर्जुन तेंदुलकर ने मुंबई नहीं बल्कि गोवा की टीम से रणजी ट्रॉफी डेब्यू मैच में नंबर 7 पर बल्लेबाजी करते हुए राजस्थान के खिलाफ दमदार शतकीय पारी खेली. इस पर सचिन ने इंफोसिस के एक कार्यक्रम में कहा, "मुझे एक बात याद आती है कि जो मेरे पिता ने मुझसे शेयर की थी. जब मैंने भारत के लिए खेलना शुरू ही किया था. तभी उनके पास खड़े एक व्यक्ति ने कहा कि ये सचिन के पिता जी हैं. मेरे पिता जी ने उस व्यक्ति को ये कहते हुए सुन लिया था कि ये सचिन के पिता हैं. तो उन्होंने मुझसे कहा कि ये मेरे जीवन के सबसे बड़े पलों में से एक हैं. इसलिए बहुत ख़ुशी होती है. जब आपका बेटा कामयाबी हासिल करता है."
सचिन ने आगे अर्जुन को लेकर कहा, “मुझे पता है कि एक क्रिकेटर का बेटा होने पर कितना दबाव रहता है. मैं हमेशा मीडिया से भी कहता रहता हूं कि उसे क्रिकेट से प्यार करने देना चाहिए. जबकि उस पर उसके पिता का दबाव नहीं होना चाहिए. मैं भी उसे आजादी से क्रिकेट खेलते हुए देखना चाहता हूं. जो मुझे मेरे माता-पिता ने दी थी. हमेशा कोशिश यही रहती है कि वह कोई अतिरिक्त प्रेशर ना ले.”
ऐसा रहा मैच का हाल
वहीं मैच की बात करें तो अर्जुन 207 गेंदों में 16 चौके और दो छक्के से 120 रन की दमदार पारी खेली. जिससे बुधवार को गोवा के रणजी ट्राफी ग्रुप सी मैच के दूसरे दिन राजस्थान के खिलाफ प्रथम श्रेणी डेब्यू मैच में अर्जुन ने शतक जड़ दिया. बायें हाथ के मध्यम गेंदबाज अर्जुन शुरुआती दिन निचले स्थान पर बल्लेबाजी करने उतरे तब टीम का स्कोर पांच विकेट पर 201 रन था. अर्जुन ने 86 गेंद में अपना पहला अर्धशतक बनाया. फिर अर्जुन ने 177 गेंद में शतक जड़कर अपने पिता का अनुकरण किया जिनके नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वकालिक सर्वाधिक रन जुटाने का रिकॉर्ड है. सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए अर्जुन ने छठे विकेट के लिए 221 रन की साझेदारी निभाकर टीम को तीसरे दिन के स्टंप्स तक आठ विकेट पर 493 रन के स्कोर तक पहुंचाया.