युजवेंद्र चहल 4 साल बाद रणजी ट्रॉफी खेलने उतरे, हुई जमकर धुलाई, एक विकेट को तरसे

युजवेंद्र चहल 4 साल बाद रणजी ट्रॉफी खेलने उतरे, हुई जमकर धुलाई, एक विकेट को तरसे

स्टार लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल टीम इंडिया के लिए टी20 और वनडे फॉर्मेट में खेलते हैं. उन्हें कभी टेस्ट टीम के लिए नहीं चुना गया है. अब चहल करीब चार साल बाद क्रिकेट के सबसे बड़े फॉर्मेट यानी फर्स्ट क्लास में खेलने उतरे. लेकिन उनकी वापसी यादगार नहीं रही. बड़ौदा के खिलाफ मुकाबले में वे हरियाणा की तरफ से खेलने उतरे. रणजी ट्रॉफी के दूसरे राउंड के मुकाबले के पहले दिन वे कोई विकेट नहीं ले पाए. युजवेंद्र चहल ने 16 ओवर फेंके लेकिन विकेट का कॉलम खाली ही रहा.

चहल अपनी टीम की तरफ से पहले दिन काफी महंगे बॉलर साबित हुए. उनके 16 ओवर में से एक मेडन रहा. साथ ही 90 रन बने. उनकी इकॉनमी 5.63 की रही. हरियाणा के बाकी गेंदबाजों की इकॉनमी उनकी तुलना में कम रही और किसी ने भी पांच रन प्रति ओवर नहीं दिए. बड़ौदा के बल्लेबाजों को उनके खिलाफ रन बनाने में किसी तरह की दिक्कत नहीं हुई. चहल के ओवर्स में 12 चौके और एक छक्का लगा. यानी 90 में से 54 रन बाउंड्री से बने. प्रत्युष कुमार ने चहल के खिलाफ सबसे ज्यादा हमलावर रुख अपनाया. उन्होंने उनकी 32 गेंद खेली और पांच चौके व एक छक्के से 41 रन बनाए. वहीं ज्योत्सनल सिंह ने 47 गेंद में पांच चौकों से 38 रन बनाए.

4 साल बाद रणजी खेल रहे चहल

हरियाणा और बड़ौदा मैच की बात की जाए तो ज्योत्सनल सिंह के नाबाद 186 और प्रत्युष कुमार के 110 और कप्तान विष्णु सोलंकी के नाबाद 60 रन के बूते पहले दिन दो विकेट पर 370 रन बनाए. हरियाणा की तरफ से संजय पहल को ही कामयाबी मिल पाई और उन्होंने दोनों विकेट चटकाए.