रणजी ट्रॉफी के इतिहास में 20 साल बाद कोई बल्लेबाज गेंद को दो बार मारने के कारण आउट हो गया. मणिपुर के लामबम सिंह सूरत में मेघालय के खिलाफ रणजी ट्रॉफी प्लेट लीग मैच में क्रिकेट के सबसे दुर्लभ आउट का शिकार हुए. उन्हें अजीबोगरीब परिस्थितियों में गेंद को दो बार हिट करने के कारण आउट दे दिया गया.
गेंद को दो बार हिट करने के कारण आउट
क्रिकइंफो के अनुसार वेन्यू ऑफिशियल ने कहा कि वह गेंद को पैड से दूर कर सकते थे, लेकिन उन्होंने बल्ले से गेंद को रोकने का फैसला किया और अंपायर धर्मेश भारद्वाज ने उन्हें तुरंत 'गेंद को दो बार हिट करने' के कारण आउट दे दिया. मेघालय की अपील के तुरंत बाद बल्लेबाज ने मैदान छोड़ दिया.
क्या है एमसीसी का नियम?
एमसीसी नियम 34.1.1 के अनुसार यदि गेंद खेल में है और स्ट्राइकर के शरीर या बल्ले के किसी भाग से टकराती है और स्ट्राइकर किसी फील्डर के गेंद को छू लेने से पहले जानबूझकर बल्ले से या शरीर के किसी हिस्से से (बल्ला ना पकड़ने वाले हाथ के अलावा) दूसरी बार गेंद को हिट करता है, तो स्ट्राइकर आउट हो जाता है. सिवाय तब जब दूसरा हिट केवल अपने विकेट को बचाने के लिए किया गया हो.
रणजी ट्रॉफी में कितने खिलाड़ी गेंद को दो बार मारने के कारण आउट हुए?
रणजी ट्रॉफी में इस तरह से कोई बल्लेबाज 2005-06 में आउट हुआ था, जब जम्मू और कश्मीर के कप्तान ध्रुव महाजन झारखंड के खिलाफ इसी तरह आउट हो गए थे. इससे पहले केवल तीन अन्य रणजी क्रिकेटर आंध्र के के. बवन्ना (1963-64), जम्मू-कश्मीर के शाहिद परवेज़ (1986-87) और तमिलनाडु के आनंद जॉर्ज (1998-99) इसी तरह से आउट हुए थे.

