IND vs SA : भारत और साउथ अफ्रीका के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज हार के बाद हेड कोच गौतम गंभीर पर सवाल उठने लगे. गंभीर की कोचिंग में बीते एक साल में टीम इंडिया जब दूसरी बार घर में टेस्ट सीरीज हारी तो उन्होंने इंग्लैंड सीरीज का नाम लेकर अपना बचाव किया. गंभीर ने इस बात का एहसान जता दिया कि वो वही कोच है, जिसने इस युवा टीम के खिलाफ इंग्लैंड में सीरीज ड्रॉ खेली.
मेरा फ्यूचर बीसीसीआई तय कर सकती है. लेकिन एक बात याद होनी चाहिए कि मैं वही हुं, जिसने इंग्लैंड में सीरीज को ड्रॉ कराया. आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी की जीत में भी कोचिंग का काम किया.
इंग्लैंड दौरे पर सीरीज ड्रॉ कराना क्यों था खास ?
गंभीर की कोचिंग और शुभमन गिल की कप्तानी में टीम इंडिया पहली बार इंग्लैंड दौरे पर गई. गिल की टेस्ट कप्तानी का आगाज हुआ इंग्लैंड के फ्लैट विकेट पर भारतीय बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया. जिसके चलते पांच मैचों की सीरीज ड्रॉ पर समाप्त हुई और रोहित शर्मा, विराट कोहली जैसे सितारों के बिना पहली बार में ही भारतीय टीम इंग्लैंड से बिना सीरीज हारे वापस आई. यही कारण है कि गंभीर ने इस सीरीज का नाम लिया, जिससे गिल युग का आरंभ हुआ.
गंभीर की कोचिंग में घर पर कैसा है टेस्ट टीम इंडिया का प्रदर्शन?
गौतम गंभीर साल 2024 में टीम इंडिया के हेड कोच बने. उसके बाद से लेकर अभी तक उनके अंडर टीम इंडिया नौ टेस्ट घर में खेल चुकी है. जिसमें भारत को पांच टेस्ट मैचों में हार मिली और चार में उसे जीत मिली है. जबकि न्यूजीलैंड (0-3) और साउथ अफ्रीका (0-2) से घर में क्लीन स्वीप भी झेलना पड़ा. यही कारण है कि फैंस अब गंभीर को कोचिंग के पद पर नहीं देखना चाहते हैं.
ये भी पढ़ें :-
