IND vs SA: शुभमन गिल गुवाहाटी टेस्ट से बाहर, ऋषभ पंत बने कप्तान
गुवाहाटी देश के सबसे पूर्वी हिस्से में है, इसलिए देश की ज़्यादातर दूसरी जगहों के मुकाबले यहां अंधेरा बहुत पहले हो जाता है. खराब रोशनी की वजह से ओवर बर्बाद होने से बचने के लिए मैच अधिकारियों ने पहले ही शेड्यूल में बदलाव भी कर दिया था, जिसके अनुसार गुवाहाटी टेस्ट में पारंपरिक लंच और टी ब्रेक के शेड्यूल को बदल दिया गया. भारत में टेस्ट मैच में यह बहुत कम होता है कि खिलाड़ी लंच से पहले टी ब्रेक लेंगे. गुवाहाटी में मुंबई या दिल्ली जैसी जगहों की तुलना में सूर्योदय और सूर्यास्त बहुत पहले होता है. दिन के कम समय को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों ने खेल शुरू होने का समय आम तौर पर सुबह 9:30 बजे के बजाय सुबह 9:00 बजे कर दिया है और दिन का खेल भी शाम चार बजे खत्म होगा, क्योंकि शाम साढे चार बजे से अंधेरा होने लगता है.
गुवाहाटी टेस्ट में तीनों सेशन का शेड्यूल
गुवाहाटी टेस्ट में पहला सेशन सुबह 9 बजे से 11 बजे तक खेला जाएगा, उसके बाद 11 बजे से 11:20 बजे तक टी ब्रेक होगा. दूसरा सेशन सुबह 11:20 बजे से दोपहर 1:20 बजे तक खेला जाएगा, जिसके बाद दोपहर दो बजे तक लंच होगा. आखिरी सेशन दोपहर दो बजे से शाम 4 बजे तक खेला जाएगा, ताकि सूरज की रोशनी का पूरा इस्तेमाल किया जा सके. पूर्वी भारत में रणजी ट्रॉफी मैचों के दौरान भी सूरज की रोशनी में ही दिन का खेल पूरा करने के लिए इसी तरह के शेड्यूल बनाया गया.
एडजस्टमेंट के पीछे के लॉजिक को माना
साउथ अफ्रीका के स्पिनर केशव महाराज ने भी इस एडजस्टमेंट के पीछे के लॉजिक को माना. उन्होंने कहा कि हमने असल में हाल ही में इसके बारे में सुना है. यह दिलचस्प है कि लेकिन आप इसके पीछे की सोच समझ सकते हैं. सूरज की रोशनी एक फैक्टर बन जाती है, इसलिए वे खेलने का ज़्यादा से ज़्यादा समय लेने की कोशिश कर रहे हैं. हम बनाए गए नियमों का सम्मान करते हैं और हम यहां अपना बेस्ट देने के लिए हैं.

