भारत और श्रीलंका (IND and SL) के बीच खेले गए तीन मैचों की वनडे सीरीज (ODI) पर टीम इंडिया ने 3-0 से कब्जा कर व्हाइटवॉश कर दिया है. इस सीरीज की सबसे खास बात टीम इंडिया के उप- कप्तान विराट कोहली का प्रदर्शन रहा. विराट कोहली ने 3 मैचों की सीरीज के पहले मैच में शतक बनाया था और आखिरी मैच में विराट ने शतक बनाया. विराट की पारी की बदौलत टीम इंडिया ने श्रीलंका के सामने जीत के लिए 391 रन का विशाल लक्ष्य रखा, जिसके जवाब में पूरी श्रीलंकाई टीम 73 रन पर ही ढेर हो गई. विराट को उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच और मैन ऑफ द सीरीज का अवॉर्ड दिया गया. भारत की तरफ से पहले तो ओपनर शुभमन गिल ने शतक लगाया और 97 गेंद पर 116 रन की पारी खेली. वहीं इसके बाद फैंस को जिस मौके का इंतजार था वो भी आया और विराट ने भी 85 गेंद पर शतक लगाकर अपने वनडे करियर का 46वां शतक पूरा किया. विराट ने 110 गेंद पर 166 रन की पारी खेली. इस पारी में कोहली ने 13 चौके और 8 छक्के लगाए और टीम इंडिया को 317 रन से रिकॉर्ड जीत दिलाई. ऐसे में चलिए 5 कारणों में जानते हैं कि टीम इंडिया ने कैसे इस मैच पर कब्जा किया.
ओपनर्स ने दी धांसू शुरुआत
शुभमन गिल को जब इशान किशन की जगह टीम में शामिल किया गया था तब कई सवाल उठे थे. लेकिन गिल ने तीसरे वनडे में शतक जड़ सभी आलोचकों का मुंह बंद कर दिया. गिल ने रोहित के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 95 रन की साझेदारी की. रोहित हालांकि यहां 49 गेंद पर 42 रन बनाकर आउट हो गए, लेकिन दोनों ने टीम को धांसू शुरुआत दी और इसी साझेदारी ने जीत की नींव रखी.
विराट की गोल्डन फॉर्म
विराट कोहली ने जब से बांग्लादेश के खिलाफ पिछले साल शतक लगाया है तब से इस बल्लेबाज ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. विराट ने इसके बाद श्रीलंका के खिलाफ पहले वनडे और फिर तीसरे वनडे में शतक लगाकर टीम इंडिया को जीत दिला दी. विराट ने अपने करियर का 46वां वनडे शतक लगाया. विराट की बल्लेबाजी के आगे श्रीलंकाई गेंदबाजों की एक भी नहीं चल पाई और टीम ने बड़ा स्कोर खड़ा कर दिया.
सिराज का धमाल
भारतीय गेंदबाजी की बात करें तो इसमें सबसे अहम रोल मोहम्मद सिराज ने निभाया. सिराज ने बेहद तेज गेंदें फेंकी और दोनों तरफ स्विंग कराया. सिराज ने शुरुआत में ही श्रीलंका के टॉप ऑर्डर को हिलाकर रख दिया. इस गेंदबाज ने 10 ओवर फेंके और कुल 4 विकेट अपने नाम किए.
कुलदीप की फिरकी
तीसरे वनडे से पहले ये सवाल था कि टीम में कुलदीप यादव आएंगे या युजवेंद्र चहल. लेकिन रोहित ने यहां कुलदीप पर भरोसा दिखाया और उन्हें प्लेइंग 11 में जगह दी. ऐसे में कुलदीप ने कप्तान को निराश नहीं होने दिया और दो अहम विकेट लिए. जिसमें सबसे बड़ा विकेट कप्तान दासुन शनाका का था. कुलदीप यादव ने इस सीरीज में बेहतरीन प्रदर्शन किया है.