भारत और श्रीलंका (India vs Sri Lanka) के खिलाफ तीन टी20 मैचों की सीरीज का पहला मैच मुंबई के वानखेड़े मैदान में खेला गया. जिसमें टीम इंडिया की तरफ से डेब्यू करने वाले शिवम मावी ने अपने पहले ही मैच में चार विकेट लेकर धमाल मचा डाला. जिसके चलते कहीं ना कहीं टीम इंडिया ने श्रीलंका को पहले रोमांचक मैच में दो रन से हराया. इस तरह डेब्यू मैच में चार विकेट लेने के बाद मावी ने अंडर-19 वर्ल्ड कप 2018 के बाद से टीम इंडिया तक के सफर को याद किया और बताया कि कैसे उन्हें इसमें सफलता हासिल हुई.
6 साल से इस पल का था इंतजार
गौरतलब है कि मावी ने श्रीलंका के खिलाफ अपने पहले T20I में चार ओवर में 22 रन देकर चार विकेट चटकाए. जिसके बाद टीम इंडिया के गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे से बातचीत में मावी ने बीसीसीआई के द्वारा जारी किए वीडियो में कहा, "जब मैं मैदान पर आया तो मेरे लिए ये सपने के सच होने जैसा था. मैं इस पल का 6 साल से इंतजार कर रहा था. मुझे काफी चोटों का सामना करना पड़ा और अंडर-19 के दिनों से ही था कि एक दिन भारत के लिए खेलना है. जो कि अब हो सका है. मैंने काफी कड़ी मेहनत की और आत्मिश्वास बनाए रखा. जिसके चलते भारत के लिए प्रदर्शन कर सका."
साल 2018 में बने वर्ल्ड चैंपियन
वहीं मावी की बात करें तो अंडर-19 वर्ल्ड कप साल 2018 में भी उन्होंने अपनी तेज गेंदबाजी से सभी का दिल जीत लिया था. पृथ्वी शॉ की कप्तानी वाली टीम इंडिया वर्ल्ड चैंपियन बनी थी. इसके चार साल बाद मावी टीम इंडिया में जगह बना सके. इस तरह पिछले चार सालों के सफर को याद करते हुए मावी ने कहा, "जब मैंने अंडर-19 वर्ल्ड कप के बाद आईपीएल खेला था. उसके बाद मुझे चोटों का सामना करना पड़ा था. इसके बाद मैंने निश्चय कर लिया था कि अब मुझे फिटनेस पर काम करना होगा. क्योंकि प्रदर्शन तो मैं कर रहा था लेकिन चोटिल हो जा रहा था. इसलिए फिटनेस पर काफी काम किया. जिसका अब नतीजा मिला है."
श्रीलंका के खिलाफ अपने गेंदबाजी प्लान के बारे में बात करते हुए अंत में मावी ने कहा, "देखिए मैंने पहले भी आईपीएल में इस मैदान पर खेला है तो मेरा माइंडसेट यही था कि मुझे अटैक करना है. बल्लेबाज कितनी बाउंड्री लगा रहा है. इससे मुझे लेना देना नहीं है बस मुझे पावरप्ले के दौरान अटैकिंग गेंदबाजी करनी है."