भारतीय टीम अभी न्यूजीलैंड के साथ टेस्ट सीरीज खेल रही है. इसमें तीन मुकाबले खेले जाएंगे. इससे पहले बांग्लादेश के साथ दो टेस्ट खेले गए थे और नवंबर से ऑस्ट्रेलिया दौरा शुरू होगा जिसमें पांच टेस्ट खेले जाएंगे. इससे पहले घरेलू क्रिकेट में चमकने वाले कुछ सितारों को साल 2024 के 10 महीनों में भारतीय टेस्ट टीम में आजमाया गया है लेकिन एक खिलाड़ी ऐसा है जिसे मौका नहीं मिल सका. यह नाम है- अभिमन्यु ईश्वरन. वे पिछले छह फर्स्ट क्लास मैचों में पांच शतक लगा चुके हैं. इस दौरान उनके स्कोर 200, 191, नाबाद 157, नाबाद 127 और 116 रन के रहे हैं. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में वे अभी तक 27 शतक लगा चुके हैं. लेकिन भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं बन सके हैं.
अभिमन्यु को 2021 में इंग्लैंड दौरे पर टेस्ट टीम के साथ जोड़ा गया था लेकिन खेलने का मौका नहीं मिला. इसके बाद से वे बाहर ही चल रहे हैं और बंगाल की ओर से खेलते हुए रणजी ट्रॉफी में लगातार रन बना रहे हैं. उन्होंने अब इंटरव्यू में सेलेक्शन नहीं होने पर चुप्पी तोड़ी है. ईश्वरन ने कहा कि देश के लिए खेलने और जीत दिलाने का सपना है. लेकिन सेलेक्शन उनके बस में नहीं है तो वे इसमें ज्यादा ऊर्जा खर्च नहीं करना चाहते. वे केवल अपनी बारी का इंतजार कर सकते हैं और खुद में सुधार करना जारी रख सकते हैं.
ईश्वरन ने टीम इंडिया में नहीं चुने जाने पर क्या कहा
ईश्वरन ने दी इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा, 'आपको खुद को याद दिलाना होता है कि आपने यह खेल इसलिए खेलना शुरू किया क्योंकि इससे प्यार था. मैं चुना जाऊं या नहीं लेकिन यह प्यार बिना शर्त रहेगा. जब मैं खेलता हूं तब एन्जॉय करना चाहता हूं. दिमाग में सेलेक्शन की बात आती है लेकिन मैं किस्मतवाला हूं कि अच्छे लोग मेरे आसपास हैं. मेरा परिवार, मेरे दोस्त, मेरे कोच. जब भी मुझे क्लेयरिटी नहीं मिलती तब मैं उनसे बात करता हूं और वे मेरे संशय दूर करते हैं.'
सेलेक्टर्स ने हाल ही में न्यूजीलैंड सीरीज के लिए भारतीय टीम का ऐलान किया था और इसमें अभिमन्यु का नाम नहीं था. इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'मुझे स्पष्टता थी कि अब मुझे रणजी ट्रॉफी खेलते रहना है. इसलिए मैं तैयारी के लिए गया और यह तय किया कि सेलेक्शन नहीं हुआ इसका मतलब यह नहीं है कि मैं कुछ अलग करूं. अभी मैं खुद को मौका मिलने के लिए तैयार रखता हूं.'
आईपीएल खेलना चाहते हैं अभिमन्यु
अभिमन्यु उन भारतीय खिलाड़ियों में से हैं जिनका घरेलू क्रिकेट में सिक्का चलता है लेकिन आईपीएल में उन्हें भाव नहीं दिया जाता. लेकिन यह बल्लेबाज इस टूर्नामेंट में खेलना चाहता है. उनका कहना है कि यह दुनिया की सबसे बड़ी लीग है. यहां काफी एक्सपोजर मिलता है. खिलाड़ी के तौर पर आपमें सुधार होता है.