नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के मैदान में अक्सर बड़े खिलाड़ी अचानक से संन्यास लेकर टीम का साथ छोड़ देते हैं. मगर बांग्लादेश के महमूदुल्लाह को संन्यास लेने में करीब चार महीने का समय लग गया. बांग्लादेश की टी20 टीम के कप्तान महमूदुल्लाह ने जुलाई में ही टेस्ट क्रिकेट को छोड़ने का मन बना लिया था. लेकिन बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने उस पर अब जाकर आधिकारिक मुहर लगाई है. जिसके चलते पिछले 12 साल से टेस्ट क्रिकेट खेलते आ रहे महमूदुल्लाह के टेस्ट करियर में अब पूर्ण विराम लग चुका है.
अंतिम टेस्ट में खेली 150 रनों की पारी
दरअसल, 7 से 11 जुलाई तक हरारे में जिम्बाब्वे के खिलाफ महमूदुल्लाह अपने टेस्ट करियर का 50वां टेस्ट मैच खेलने उतरे थे और तभी अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ 150 रनों की पारी खेली थी. लेकिन इसके बाद ही उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की बात कह कर सबको चौंका दिया था. हालांकि बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने अब इस बात की आधिकारिक पुष्टि की है.
6 टेस्ट मैचों में की बांग्लादेश की कप्तानी
अपने संन्यास का आधिकारिक रूप से ऐलान करते हुए बांग्लादेश के लिए 6 टेस्ट मैचों की कप्तानी करने वाले महमूदुल्लाह बोर्ड की तरफ से बयान देते हुए कहा, "जिस प्रारूप का मैं इतने लंबे समय से हिस्सा रहा हूं, उसे छोड़ना आसान नहीं है. मैंने हमेशा शिखर पर जाने के बारे में सोचा था और मेरा मानना है कि यह मेरे टेस्ट करियर को खत्म करने का सही समय है."
डेब्यू मैच में बांग्लादेश को विदेशी सरजमीं पर दिलाई पहली जीत
बता दें कि अपने 12 साल के टेस्ट क्रिकेट करियर में महमूदुल्लाह ने बांग्लादेश के लिए 50 टेस्ट में 33.49 की औसत से 2914 रन बनाए हैं, उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ 2009 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था, जिसमें वह बल्ले से नाकाम रहे, लेकिन आठ विकेट लिए थे. विदेशी सरजमीं पर वह बांग्लादेश की पहली टेस्ट जीत थी.