आईपीएल पर दाग लगाने वाला राजस्थान रॉयल्स का पूर्व गेंदबाज मुंबई टीम का हेड कोच बन गया है. मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (एमसीए) ने बड़ा फैसला लिया है. एसोसिएशन ने बाएं हाथ के पूर्व स्पिनर अंकित चव्हाण को मुंबई अंडर-14 टीम का हेड कोच नियुक्त किया है.चव्हाण उन तीन राजस्थान रॉयल्स खिलाड़ियों में से एक थे, जिन पर 2013 में कथित स्पॉट फिक्सिंग के लिए लाइफ टाइम बैन लगाया गया था. हालांकि भारतीय क्रिकेट बोर्ड यानी बीसीसीआई ने उन पर लगे प्रतिबंध को घटाकर सात साल कर दिया था, जिसके बाद दो साल पहले उन्हें प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेलने की अनुमति दी गई थी.
मैं इसके लिए (अपने नए कार्यभार के लिए) उत्सुक हूं.यह मेरे लिए दूसरी पारी है और हमेशा कुछ नया होता है.मैं एमसीए को मुझ पर भरोसा दिखाने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं.कोचिंग निश्चित रूप से मेरे दिमाग में थी और मुझे पता है कि आगे क्या चुनौतियां हैं.चूंकि यह अंडर-14 क्रिकेट है, इसलिए मैं खिलाड़ियों की बुनियादी बातों पर काम करना चाहता हूं और उन्हें रास्ता दिखाना चाहता हूं ताकि वे अपने खेल में सुधार कर सकें.
इन तीन खिलाड़ियों को पाया गया था दोषी
साल 2013 में बीसीसीआई की अनुशासन समिति ने एस श्रीसंत, अजीत चंदीला और चव्हाण को आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग का दोषी पाया था और उन पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था.हालांकि 2015 में दिल्ली की एक ट्रायल कोर्ट ने सबूतों के अभाव में इन खिलाड़ियों के खिलाफ सभी आरोप हटा दिए थे, मगर बीसीसीआई ने आजीवन प्रतिबंध जारी रखा.जून 2021 में बीसीसीआई ने स्पॉट फिक्सिंग कांड में शामिल सभी क्रिकेटरों के प्रतिबंध को घटाकर सात साल कर दिया था. चव्हाण ने 13 आईपीएल मैचों के अलावा 18 फर्स्ट क्लास मैच और 20 लिस्ट ए मैच भी खेले हैं.
एमसीए ने बुधवार को सभी एज ग्रुप के क्रिकेट के कोच और चयनकर्ताओं की नियुक्तियों की घोषणा की.एमसीए ने अगले घरेलू सत्र के लिए रणजी ट्रॉफी टीम के हेड कोच ओमकार साल्वी को बरकरार रखने का फैसला किया है.