बीसीसीआई भारत को बाकी खेलों में ओलिंपिक चैंपियन बनाने के लिए ऐतिहासिक कदम उठाने के लिए तैयार है. बीसीसीआई दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड है और अब बोर्ड इन पैसों का इस्तेमाल देश को और खेलों में भी चैंपियन बनाने के लिए करने की तैयारी कर रहा है. बोर्ड क्रिकेट के अलावा दो से तीन खेलों को अपनाकर फंडिंग का विचार कर रहा है. दरअसल खेल मंत्रालय के स्पेशल ओलिंपिक ट्रेनिंग सेंटर स्थापित करने की योजना को बढ़ावा देते हुए बीसीसीआई ‘दो-तीन’ खेलों को अपनाने पर विचार कर रहा है.
मंत्रालय हर एक खेल के लिए ओलिंपिक सेंटर बनाने पर विचार कर रहा है, जहां वह देश भर से 100 से 200 टैलेंटेड एथलीटों की पहचान करेगा और उन्हें इस ओलिंपिक सायकिल और अगले ओलंपिक सायकिल के लिए विभिन्न एज ग्रुप में ट्रेनिंग देगा.
सोर्स ने कहा-
आज खेल मंत्री की 58 कॉरपोरेट कंपनियों के साथ बैठक हुई. उन्होंने इस तरह की पहल को लेकर अपनी दिलचस्पी दिखाई. बीसीसीआई जैसे बोर्ड दो या तीन खेलों के सभी खर्चों का ध्यान रखने के लिए तैयार हैं. बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने सरकार को बिना किसी लागत के ओलिंपिक ट्रेनिंग सेंटर विकसित करने में रुचि दिखाई है. बेसबॉल जैसे खेल हैं जो क्रिकेट के समान हैं और बीसीसीआई वहां बहुत अच्छा काम कर सकता है.
बीसीसीआई ने पिछले साल 2024 पेरिस ओलिंपिक से पहले भारतीय ओलिंपिक एसोसिएशन को वित्तीय सहायता देकर ओलिंपिक खेलों को सपोर्ट किया था. बोर्ड ने हर चार साल में होने वाले इस इवेंट की तैयारियों के लिए आईओए को 8.5 करोड़ रुपये दिए थे. भारत में भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) की तरफ से संचालित 23 नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस हैं.हालांकि उनमें से केवल तीन ही एक खेल के लिए डेडिकेट हैं, जिसमें रोहतक में मुक्केबाजी, दिल्ली में तैराकी और दिल्ली में निशानेबाजी है.