Champions Trophy पर कुछ मिनट में टल गई मीटिंग, आईसीसी का पाकिस्तान बोर्ड को साफ संदेश- हाइब्रिड मॉडल मान लो और ऑप्शन नहीं

Champions Trophy पर कुछ मिनट में टल गई मीटिंग, आईसीसी का पाकिस्तान बोर्ड को साफ संदेश- हाइब्रिड मॉडल मान लो और ऑप्शन नहीं
India's Rohit Sharma, and Pakistan's Babar Azam

Highlights:

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की मेजबानी पाकिस्तान के पास है.

चैंपियंस ट्रॉफी की शुरुआत 19 फरवरी से होनी है और फाइनल मुकाबला 9 मार्च को तय हुआ है.

भारतीय टीम सुरक्षा कारणों के चलते पाकिस्तान नहीं जा रही है.

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 पर अंतिम निर्णय में देरी हो गई है. इस टूर्नामेंट के आयोजन को लेकर 5 दिसंबर की मीटिंग कुछ मिनटों के बाद ही टाल दी गई. इस दौरान बहुत कम समय के लिए चैंपियंस ट्रॉफी पर बात हुई. हालांकि आईसीसी ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड फिर से साफ संदेश दे दिया कि उसके पास हाइब्रिड मॉडल को अपनाने के अलावा कोई ऑप्शन नहीं है. इस मॉडल में भारतीय क्रिकेट टीम चैंपियंस ट्रॉफी में अपने सभी ग्रुप मैच और आगे जाने पर नॉकआउट मुकाबले पाकिस्तान से बाहर खेलेगी. इस बात की तगड़ी संभावना है कि भारत के मैच दुबई में कराए जाएंगे. सुरक्षा कारणों के चलते भारतीय टीम को पाकिस्तान जाने की अनुमति नहीं मिली.

जय शाह के चेयरमैन बनने के बाद यह आईसीसी की पहली मीटिंग थी. इसमें चैंपियंस ट्रॉफी का हल निकलना था. अब यह मीटिंग 7 दिसंबर को होगी और तब पूरे मसले का समाधान निकलने की उम्मीद जताई जा रही है.

फरवरी-मार्च 2025 में प्रस्तावित है चैंपियंस ट्रॉफी

 

चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी पाकिस्तान के पास है. यह टूर्नामेंट फरवरी-मार्च में प्रस्तावित है. लेकिन बीसीसीआई कह चुका है कि उसे भारत सरकार की ओर से टीम को पाकिस्तान भेजने की मंजूरी नहीं मिली है. इस वजह से वह इस टूर्नामेंट में अपने मुकाबले हाइब्रिड मॉडल पर खेलना चाहेगा. ठीक इसी तरह से टीम इंडिया ने पिछले साल एशिया कप खेला था.

क्या है हाइब्रिड मॉडल

 

चैंपियंस ट्रॉफी के हाइब्रिड मॉडल जाने का मतलब होगा कि कम से कम तीन और अधिकतम पांच मुकाबले पाकिस्तान से बाहर खेले जाएंगे. पीसीबी ने इस मॉडल को मानने पर यह शर्त रखी थी कि वह भी भारत की मेजबानी में होने वाले आईसीसी इवेंट में हाइब्रिड के तहत खेलेगा. लेकिन बीसीसीआई ने इस पर साफ कर दिया कि ऐसा कुछ नहीं होगा. भारत में सुरक्षा की कोई दिक्कत नहीं है. पाकिस्तानी टीम 2016 व 2023 में भारत आकर खेल चुकी है. 

पीसीबी ने हाइब्रिड के तहत भारत के मुकाबले बाहर कराने पर आईसीसी से मुआवजा मांगा है. अभी आईसीसी की तरफ से इस बारे में कोई भरोसा नहीं दिया गया है.