श्रीलंका ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 से पहले ऑस्ट्रेलिया के लिए खतरे की घंटी बजा दी. उसने दो मैचों की सीरीज के पहले वनडे में 49 रन से जीत दर्ज की. कप्तान चरिथ असलंका (127) के शतक की मदद से श्रीलंका ने 214 का स्कोर खड़ा किया. उसने एक समय आठ विकेट 135 रन पर गंवा दिए थे लेकिन असलंका ने 10वें नंबर पर उतरे इशान मलिंगा (1) के साथ 84 रन की साझेदारी करते हुए टीम को लड़ने लायक स्कोर तक पहुंचाया जो आखिर में काफी साबित हुआ. जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम 33.5 ओवर में 165 रन पर ढेर हो गई. उसकी तरफ से विकेटकीपर एलेक्स कैरी (41) सर्वोच्च स्कोरर रहे. श्रीलंका की ओर से महीश तीक्षणा ने चार तो असिता फर्नान्डो व दुनिथ वेलालागे ने दो-दो विकेट लिए.
ऑस्ट्रेलियाई पेसर्स के आगे ढहा श्रीलंका का टॉप ऑर्डर
कोलंबो में खेले गए मुकाबले में श्रीलंका ने पहले बैटिंग की. स्पेंसर जॉनसन, एरॉन हार्डी, शॉन एबट और नाथन एलिस जैसे तेज गेंदबाजों के आगे मेजबान बल्लेबाज नहीं टिक सके. इससे पांच रन पर आधी श्रीलंकाई टीम सिमट गई. पाथुम निसंका (4), अविष्का फर्नान्डो (1), कुसल मेंडिस (19), कामिंडु मेंडिस (5) और जनिथ लियानागे (11) सस्ते में निपट गए. असलंका ने दुनिथ वेलालागे (30) के साथ मिलकर छठे विकेट के लिए 67 रन की साझेदारी करते हुए टीम को संभालने की कोशिश की.
मैथ्यू शॉर्ट की फिरकी ने ऑस्ट्रेलिया को ब्रेकथ्रू दिलाया और एक बार फिर से श्रीलंका ने जल्दी-जल्दी तीन विकेट गंवा दिए. लग रहा था कि टीम जल्द ही सिमट जाएगी. लेकिन असलंका ने मामला अपने हाथ में लिया और तीसरा शतक लगाया. इशान मलिंगा ने 26 गेंद खेली और एक रन बनाया. मगर कप्तान के साथ 84 रन की अहम साझेदारी की. असलंका 14 चौकों व पांच छक्कों से 127 रन बनाने के बाद आखिरी विकेट के रूप में आउट हुए. ऑस्ट्रेलिया की ओर से एबट ने तीन तो जॉनसन, हार्डी व एलिस ने दो-दो शिकार किए.
ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों ने घुटने टेके
जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने पारी की दूसरी ही गेंद पर शॉर्ट को गंवाया. जैक फ्रेजर मैक्गर्क (2) और कूपर कॉनोली (3) भी सस्ते में निपट गए. कप्तान स्टीव स्मिथ 12 रन बना सके तो मार्नस लाबुशेन ने 15 रन बनाए. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के लिए वापसी का कोई रास्ता ही नहीं बचा. कैरी ने तेजी से 41 रन बनाए तो हार्डी ने 32 रन की पारी खेली. लेकिन ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज कभी भी मेजबान टीम को दबाव में नहीं ला सके.
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