स्टार बल्लेबाज ने अचानक संन्यास का ऐलान कर पूरी दुनिया को चौंका दिया. श्रीलंका के पूर्व कप्तान दिमुथ करुणारत्ने छह फरवरी यानी गुरुवार से गॉल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू हो रहे दूसरे टेस्ट मैच के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे. ये मुकाबला करुणारत्ने का 100वां टेस्ट मैच भी होगा. न्यूजवायर के अनुसार खराब फॉर्म से जूझ रहे 36 साल के करुणारत्ने ने डेली एफटी से कहा-
करुणारत्ने ने 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ वनडे से इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था. इसके एक साल बाद यानी 2012 में उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ गॉल में ही टेस्ट में डेब्यू किया. अपने 13 साल के शानदार करियर में उन्होंने 189 पारियों में 16 शतकों और 39 अर्द्धशतकों के साथ 7172 टेस्ट रन बनाए हैं. जबकि 50 वनडे की 46 पारियों में एक शतक और 11 अर्धशतक समेत 1316 रन बनाए. पिछले हफ्ते ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गॉल में खेले गए पहले टेस्ट में वह सिर्फ सात रन ही बना पाए थे. दूसरी पारी में वह डक हो गए थे.
फेयरवेल मैच में रच देंगे इतिहास
करुणारत्ने अपने फेयरवेल मैच में मैदान पर उतरते ही इतिहास भी रच देंगे. वह गुरुवार को मौजूदा मुख्य कोच सनथ जयसूर्या (110), मुथैया मुरलीधरन (132), चामिंडा वास (111), कुमार संगकारा (134), महेला जयवर्धने (149) और एंजेलो मैथ्यूज (117) के बाद 100 टेस्ट खेलने वाले श्रीलंका के सातवें क्रिकेटर बन जाएंगे.
बाएं हाथ के बल्लेबाज करुणारत्ने ने 30 टेस्ट मैचों में श्रीलंका की अगुआई की, जिसमें 12 में जीत दिलाई. उनकी कप्तानी में श्रीलंका ने 12 टेस्ट गंवाए, जबकि छह मैच ड्रॉ रहे.41.14 की औसत से करुणारत्ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में श्रीलंका के सबसे सफल बल्लेबाज हैं. उन्होंने 64 पारियों में छह शतकों और 16 अर्द्धशतकों के साथ 2592 रन बनाए हैं.