पैसों की तंगी से जूझ रहा टीम इंडिया का पूर्व कोच और धाकड़ खिलाड़ी, कहा- मैं गरीब नहीं हूं लेकिन...

पैसों की तंगी से जूझ रहा टीम इंडिया का पूर्व कोच और धाकड़ खिलाड़ी, कहा- मैं गरीब नहीं हूं लेकिन...
ग्रेग चैपल भारत के कोच रहे हैं.

Highlights:

ग्रेग चैपल 2005 से 2007 के बीच भारत के कोच रह चुके हैं.ग्रेग चैपल ने करियर में 87 टेस्ट में 24 शतक लगाए और 48 मैचों में ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी भी की.

ऑस्ट्रेलिया के महान क्रिकेटर और भारत के कोच रह चुके ग्रेग चैपल पैसों की तंगी से जूझ रहे हैं. उन्होंने खुद यह जानकारी दी है. ग्रेग चैपल की मदद के लिए उनके दोस्त ऑनलाइन अभियान चलाकर पैसे जुटा रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया का यह पूर्व क्रिकेटर 2005 से 2007 के बीच भारत का कोच रह चुका है. हालांकि कार्यकाल काफी विवादित रहा था और भारतीय क्रिकेटर्स को उनसे काफी शिकायतें रही हैं. 75 साल के हो चुके ग्रेग चैपल के कार्यकाल में भारतीय क्रिकेट टीम 2007 में वर्ल्ड कप के पहले ही दौर में बाहर हो गई थी. यह भारत के सबसे खराब प्रदर्शन में से एक है.

 

खबरों के अनुसार, चैपल ने स्वीकार किया कि वह मुश्किल में नहीं हैं लेकिन अपने क्रिकेटर करियर को देखते हुए शानदार जीवन भी नहीं बिता रहे हैं. चैपल ने ‘न्यूज कॉर्प’ से कहा, ‘मैं बहुत बुरी स्थिति में नहीं हूं. मैं निश्चित तौर पर इस तरह नहीं दिखाना चाहता कि हम बहुत मुश्किल में हैं क्योंकि हम नहीं है लेकिन हम लग्जरी जीवन भी नहीं जी रहे हैं. मुझे लगता है कि अधिकांश लोगों को लगता है कि हमने क्रिकेट खेला इसलिए हम सभी विलासिता का जीवन जी रहे हैं. निश्चित तौर पर हम गरीब नहीं हैं लेकिन हमें आज के खिलाड़ियों जैसे फायदे भी नहीं मिल रहे.’

 

चैपल की मदद के लिए आयोजित हुआ लंच

 

खबर के अनुसार चैपल ‘हिचक’ के साथ ‘गो-फंड-मी’ अभियान के लिए राजी हुए जो उनके लिए तैयार किया गया था. इसके तहत पिछले हफ्ते मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में दोपहर भोज (लंच) का आयोजन किया गया जिसकी मेजबानी एडी मैग्वायर ने की. इसमें ग्रेग के भाइयों इयान और ट्रेवर ने भी इसमें शिरकत की. चैपल ने कहा कि वह अपने युग के एकमात्र खिलाड़ी नहीं हैं जो वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे हैं. चैपल के मित्र पीटर मेलोनी ने कहा कि उन्हें इस अभियान से लगभग ढाई लाख डॉलर जुटाने की उम्मीद है जिससे उनके अंतिम कुछ सालों के जीवन के स्तर में काफी सुधार होने की उम्मीद है.

 

चैपल ने 48 टेस्ट में की ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी

 

ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज डेनिस लिली, विकेटकीपर रॉड मार्श और चैपल उन तीन बड़े खिलाड़ियों में से थे जो 1970 के दशक में केरी पेकर की बागी लीग वर्ल्ड सीरीज क्रिकेट का हिस्सा बन गए थे. जहां मार्श और लिली को करियर के आखिर में फंडरेजिंग के जरिए पैसे मिले चैपल के साथ ऐसा नहीं हुआ. इसके अलावा पिछले कुछ सालों में चैपल को बिजनेस में भी नुकसान हुआ जिसके चलते आर्थिक मोर्चे पर वह कमजोर हुए. ग्रेग ने अपने करियर में 87 टेस्ट में 24 शतक लगाए और 48 मैचों में ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी भी की. जनवरी 1984 में जब वे रिटायर हुए थे तब ऑस्ट्रेलिया की तरफ से सबसे ज्यादा रन (7110) बनाने वाले बल्लेबाज थे. उन्होंने डॉन ब्रेडमैन (6996) को पीछे छोड़ा था.

 

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