केरल के 37 साल के ऑलराउंडर में बुधवार को वो कर दिखाया, जो रणजी ट्रॉफी के 90 साल के इतिहास में आज से पहले नहीं हुआ था. जलज सक्सेना ने रणजी ट्रॉफी का बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है. रणजी ट्रॉफी में उनके 400 विकेट और 6000 रन पूरे हो गए हैं और वो इस उपलब्धि को हासिल करने वाले रणजी ट्रॉफी के इतिहास में पहले खिलाड़ी बन गए हैं. सक्सेना ने उत्तर प्रदेश के खिलाफ केरल के रणजी ट्रॉफी के इस सीजन के चौथे मैच में ये उपलब्धि हासिल की.
ऑफ स्पिनर ने मैच के पहले दिन इस मुकाबले में अपना चौथा विकेट लेकर ये मुकाम हासिल किया. उनका चौथा शिकार नितीश राणा बने थे. केरल के कप्तान सचिन बेबी ने टॉस जीतकर यूपी को पहले बैटिंग के लिए बुलाया. सक्सेना ने अपने कप्तान के फैसले को सही साबित करते हुए यूपी की बैटिंग लाइन अप को तहस नहस करके रख दिया.
सक्सेना ने पहले पहले यूपी के कप्तान आर्यन जुयाल का शिकार किया. जुयाल 57 गेंदों में 23 रन ही बना पाए. उसके बाद उन्होंने माधव कौशिक को 13 रन, सिद्धार्थ यादव को 19 रन और फिर राणा का शिकार किया. राणा महज 25 रन ही बना पाए. सक्सेना ने एक और विकेट लेकर अपना पांच विकेट हॉल भी पूरा किया. पहली पारी में उनके आखिरी शिकार पीयूष चावला बने. चावला 10 रन बनाकर सक्सेना की गेंद पर बोल्ड हो गए थे.
400 विकेट लेने वाले 13वें खिलाड़ी बने
मध्य प्रदेश में जन्में सक्सेना रणजी ट्रॉफी में 400 विकेट लेने वाले 13वें खिलाड़ी हैं. पिछले सीजन वो डोमेस्टिक क्रिकेट में सभी फॉर्मेट में 9000 रन बनाने और 600 विकेट लेने वाले चौथे खिलाड़ी बने थे. रणजी ट्रॉफी के इस सीजन में उन्होंने दो मैचों में 50.50 की एवरेज से 101 रन बना लिए हैं. जिसमें उनके नाम एक फिफ्टी है. वहीं चार पारियों में 19.09 की औसत और 2.85 की इकॉनमी से 13 विकेट लिए.
सक्सेना का करियर
सक्सेना ने 2005 में अपने करियर की शुरुआत मध्य प्रदेश से की थी. उन्होंने मध्य प्रदेश के लिए 4041 रन और 159 विकेट लिए. इसके बाद 2016-2017 सीजन में वो केरल चले गए थे. 143 फर्स्ट क्लास मैच में सक्सेना ने 6795 रन बनाए, जिसमें 14 सेंचुरी और 33 फिफ्टी शामिल है. उन्होंने 452 विकेट लिए.
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