रणजी ट्रॉफी 2024-25 के छठे राउंड के मुकाबले में जम्मू कश्मीर ने सितारों से सजी मुंबई टीम को पांच विकेट से हरा दिया. मुंबई के बांद्रा कुर्ला स्पोर्ट्स कॉम्पलैक्स में खेले गए मुकाबले में शार्दुल ठाकुर के शतक और तनुष कोटियन के अर्धशतक के बूते मुंबई ने 208 रन का लक्ष्य दिया था. जम्मू कश्मीर ने तीसरे दिन चाय के कुछ देर बाद ही इसे हासिल कर लिया और पांच विकेट से जीत हासिल की. उसने लगातार दूसरी बार मुंबई को हराया है. इससे पहले 2014 में दोनों टीमों के बीच मुकाबला हुआ था और तब जम्मू कश्मीर ने वानखेडे स्टेडियम में खेले गए मैच में चार विकेट से जीत दर्ज की थी.
मुंबई की टीम जम्मू कश्मीर के सामने रोहित शर्मा, यशस्वी जायसवाल, अजिंक्य रहाणे, श्रेयस अय्यर, शार्दुल ठाकुर, शिवम दुबे जैसे सितारों के साथ उतरी थी. वहीं जम्मू कश्मीर की टीम में कोई इंटरनेशनल सितारा शामिल नहीं था. इसकेबाद भी इस टीम ने 43 बार की रणजी चैंपियन को ढाई दिन के अंदर धूल चटा दी.
जम्मू कश्मीर की शानदार बैटिंग
लक्ष्य का पीछा करते हुए जम्मू कश्मीर के बल्लेबाज दृढ़ निश्चय के साथ उतरे. उसकी तरफ से सबने अच्छे स्कोर बनाए. ओपनर शुभम खजूरिया (45) और यावर हसन (24) ने मिलकर पहले विकेट के लिए 37 रन जोड़े. दूसरे के लिए शुभम की विवरांत शर्मा (38) के साथ 75 रन की साझेदारी हुई. अब्दुल समद (24), कप्तान पारस डोगरा (15) के बाद आबिद मुश्ताक (32) और कन्हैया वधावन (19) ने मिलकर टीम की नैया पार लगा दी.
मुंबई की नाकाम बैटिंग
मुंबई को पहली पारी की तरह ही दूसरी पारी में टॉप ऑर्डर की नाकामी झेलनी पड़ी. रोहित शर्मा (28) और यशस्वी जायसवाल (26) ने पहले विकेट के लिए तेजी से 54 रन जोड़कर दूसरी पारी में मुंबई को अच्छी शुरुआत दिलाई. लेकिन इस साझेदारी के टूटने के बाद टीम ने नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए. श्रेयस अय्यर (17) और अजिंक्य रहाणे (16) ने क्रीज पर पैर जमाने के बाद विकेट गंवाए. शिवम दुबे का दूसरी पारी में भी खाता नहीं खुला. इससे मुंबई का स्कोर बिना विकेट के 54 रन से सात विकेट पर 101 रन हो गया लेकिन शारदुल और कोटियान ने अटूट शतकीय साझेदारी करके पारी को संवारा.
लेकिन शार्दुल (नाबाद 119 रन, 135 गेंद, 18 चौके) ने तनुष कोटियान (62, 136 गेंद, छह चौके) के साथ आठवें विकेट के लिए 184 रन की साझेदारी कर मुंबई को सहारा दिया. इन दोनों के कमाल से मुंबई ने दूसरी पारी में 290 रन बनाए.
इससे पहले मुंबई की टीम पहली पारी में 120 रन पर सिमट गई थी. इसके जवाब में जम्मू कश्मीर ने 206 रन बनाते हुए 86 रन की बढ़त बनाई थी. आखिर में यह निर्णायक साबित हुई.