जम्मू-कश्मीर को एक रन की बड़ी कीमत चुकानी पड़ी और एक रन की वजह से रणजी ट्रॉफी से टीम बाहर हो गई. जबकि केरल की टीम एक रन की बढ़त के दम पर सेमीफाइनल में पहुंच गई है. रणजी ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल में जम्मू-कश्मीर और केरल की टीम आमने सामने थी.इस मुकाबले में केरल ने पहली पारी पारी में एक रन की बढ़त हासिल की थी और इसी एक रन की बढ़त ने मैच ड्रॉ होने पर टीम को सेमीफाइनल में पहुंचा दिया. जम्मू-कश्मीर ने केरल के सामने 399 रन का टार्गेट रखा था, जिसके जवाब में केरल की टीम ने आखिरी दिन का खेल समाप्त होने तक छह विकेट पर 295 रन बना लिए थे और इसी के साथ मुकाबला भी ड्रॉ करा लिया. जम्मू कश्मीर का सफर टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन के बावजूद क्वार्टर फाइनल में खत्म हो गया.
जम्मू कश्मीर ने पहले बैटिंग करते हुए पहली पारी में 280 रन बनाए थे. केरल के निधीश ने 75 रन पर छह विकेट लेकर जम्मू-कश्मीर की पहली पारी को ऑलआउट कर दिया. जवाब में केरल ने पहली पारी में सलमान निजार के नॉटआउट शतक के दम पर 281 रन बनाए. सलमान एक छोर पर टिके रहे थे, मगर दूसरे छोर पर केरल के बल्लेबाजों ने अपने घुटने टेक दिए. आकिब नबी ने 53 रन पर छह विकेट लेकर केरल को ऑलआउट कर दिया.
एक रन का खेल
केरल पहली पारी में ज्यादा बड़ी बढ़त हासिल नहीं कर पाई. उसने सिर्फ एक रन की ही बढ़त हासिल की थी और इसी एक रन ने केरल को सेमीफाइनल में पहुंचा दिया. जम्मू कश्मीर के बल्लेबाजों ने दूसरी पारी में कमाल किया. कप्तान डोगरा के शतक के दम पर 9 विकेट पर 399 रन बनाकर अपनी दूसरी पारी घोषित की और केरल के सामने 399 रन का टार्गेट रखा. इसके बाद जम्मू कश्मीर के गेंदबाजों ने भी शानदार गेंदबाजी की और केरल के बल्लेबाजों को परेशान किया, मगर वह केरल की आखिरी पारी को ऑलआउट नहीं कर पाई और आखिरी दिन का खेल समाप्त होने तक केरल को छह भी झटके दे पाई, जिससे मुकाबला ड्रॉ हो गया और पहली पारी में एक रन ही बढ़त के दम पर केरल ने सेमीफाइनल में जगह बना ली.
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