नीदरलैंड्स के तेज गेंदबाज विवियन किंगमा को तीन महीने के लिए बैन कर दिया गया है क्योंकि उनके डोपिंग टेस्ट में बेंजॉयलएक्गोनिन नामक नशीले पदार्थ का पता चला है, जो कोकीन से संबंधित है. किंगमा ने अपनी गलती स्वीकार कर ली है और आईसीसी को बताया कि उन्होंने इस पदार्थ का इस्तेमाल मैच से बाहर किया था. यह मामला मई का है. 12 मई को यूट्रेक्ट में यूएई के खिलाफ आईसीसी पुरुष क्रिकेट विश्व कप लीग 2 के वनडे मैच के बाद लिए गए उनके सैंपल में यह पदार्थ पाया गया.
किंगमा ने 12 मई के वनडे मैच में यूएई के खिलाफ 20 रन देकर कोई विकेट नहीं लिया था. इसके बाद उन्होंने नेपाल और स्कॉटलैंड के खिलाफ दो वनडे और एक टी20 मैच खेले. आईसीसी के डोपिंग रोधी नियमों के अनुसार, इन चारों मैचों के उनके रिकॉर्ड रद्द कर दिए जाएंगे. आईसीसी के डोपिंग रोधी नियम कहते हैं, "हर खिलाड़ी की जिम्मेदारी है कि वह यह सुनिश्चित करे कि उसके शरीर में कोई पदार्थ न जाए. अगर किसी खिलाड़ी के सैंपल में कोई पदार्थ या उसका मेटाबोलाइट पाया जाता है, तो यह डोपिंग नियमों का उल्लंघन माना जाएगा, भले ही खिलाड़ी ने जानबूझकर इसका इस्तेमाल किया हो या नहीं."
पिछले 12 महीनों में यह तीसरा मामला है जब किसी इंटरनेशनल खिलाड़ी को नशीले पदार्थ के इस्तेमाल के लिए बैन किया गया है. इससे पहले दक्षिण अफ्रीका के कगिसो रबाडा और न्यूजीलैंड के डग ब्रेसवेल को भी तीन महीने का प्रतिबंध झेलना पड़ा था, जो ट्रीटमेंट प्रोग्राम पूरा करने के बाद एक महीने में कम हो गया था. रबाडा के मामले को कुछ हफ्तों तक गुप्त रखा गया था. उन्होंने आईपीएल 2025 के बीच में गुजरात टाइटंस की टीम छोड़ दी थी और दक्षिण अफ्रीका में आईसीसी के नियमों के अनुसार इलाज पूरा करने के बाद वापस टीम में शामिल हुए.