पाकिस्तान क्रिकेट की दशा काफी खराब हो चुकी है. कई दिग्गज शुरुआती स्तर से लेकर सीनियर स्तर तक इसे सुधारने की बात कर रह हैं. लंबे समय से पाकिस्तानी क्रिकेट को सुधारने के लिए जमीनी स्तर पर काम करने की बात की जा रही है, ताकि सीनियर लेवल पर स्थिति सुधर सके, मगर दिन पर दिन पाकिस्तान क्रिकेट की दुर्दशा खराब होती जा रही है, जिसका नतीजा ये रहा है कि पाकिस्तान टीम को अपने घर में बांग्लादेश के हाथों टेस्ट में शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा.
इस हार से पाकिस्तानी फैंस को भी तगड़ा झटका लगा है. फैंस अभी तक उस झटके से संभल भी नहीं पाए थे कि अब पाकिस्तानी कोच ने ये कहकर अपने दम से इस्तीफा दे दिया है कि जब तक रीजनल लेवल पर प्लेयर्स के चयन में पक्षपात होगा, तब तक पाकिस्तान क्रिकेट की दशा नहीं सुधरेगी.
पूर्व तेज गेंदबाज शब्बीर अहमद ने जमीनी स्तर पर खराब हालात का हवाला देते हुए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के क्षेत्रीय कोच पद से इस्तीफा दे दिया है. शब्बरी डेरा गाजी खान क्षेत्र के मुख्य कोच थे. उनका कहना है कि रीजनल और जिला स्तर क्रिकेट में बड़े पैमाने पर राजनीतिक दखल, पक्षपाता और भाई भतीजावाद हो रहा हैं. उन्होंने कहा-
पाकिस्तान क्रिकेट की दशा कैसे सुधरेगी, जब क्षेत्रीय स्तर पर खिलाड़ियों के चयन में पक्षपात होता है. इसके अलावा क्रिकेट अधिकारी बड़े पैमाने पर दखल देते हैं, भाई भतीजावाद और पक्षपात करते हैं.
शब्बीर का कहना है कि ईमानदारी से काम करना भी मुश्किल है. उन्होंने कहा-
अगर कोच ईमानदारी से काम भी करना चाहें तो व्यवस्था के आगे घुटने टेकने को मजबूर है.
बीते दिनों बांग्लादेश ने पाकिस्तान को उसके अपने घर में टेस्ट सीरीज में सूपड़ा साफ कर दिया था. बांग्लादेश ने पाकिस्तान के खिलाफ पहली बार टेस्ट सीरीज जीती थी. बांग्लादेश के हाथों हार के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और टीम की काफी आलोचना हुई.
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