पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और टीम फिलहाल बैकफुट पर है. टीम को हाल ही में चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में हार झेलनी पड़ी. पाकिस्तान की टीम एक भी मैच नहीं जीत पाई. पाकिस्तान को पहले न्यूजीलैंड और फिर भारत ने हराया. इसके बाद अंत में बांग्लादेश के खिलाफ मैच बारिश के चलते रद्द हो गया. इसका असर अब जाकर खिलाड़ियों पर हुआ है. बोर्ड ने फैसला लिया है कि वो अब खिलाड़ियों की मैच फीस में 90 प्रतिशत की कटौती करेगा.
खिलाड़ियों की मैच फीस में भारी कटौती
पीसीबी ने आगामी राष्ट्रीय टी-20 चैंपियनशिप में भाग लेने वाले क्रिकेटरों की मैच फीस 1,00,000 रुपये प्रति मैच से घटाकर 10,000 रुपये प्रति मैच कर दी है, जबकि रिजर्व खिलाड़ियों को 5,000 रुपये प्रति मैच मिलेंगे. नियाजी ने कहा कि, जिन खिलाड़ियों को पहले पांच सितारा और चार सितारा होटलों में रुकवाया जाता था, उन्हें अब सस्ते आवास दिए जा रहे हैं. एक सूत्र ने कहा, "फीस के अलावा उनके लिए हवाई यात्रा भी कम कर दी गई है."
एक अन्य सूत्र ने कहा कि खिलाड़ियों और अंपायरों के पिछले सीजन के बकाया भुगतान अभी तक नहीं किए गए हैं. इसके अलावा, पीसीबी ने बोर्ड की नीति के अनुसार पूर्व टेस्ट क्रिकेटरों के लिए वार्षिक पेंशन वृद्धि को लागू करना अभी बाकी है. एक सूत्र के अनुसार, खिलाड़ियों के लिए मैच फीस कम की जा रही है, जबकि ये निर्णय लेने वाले अधिकारियों को लाखों में मासिक वेतन मिल रहा है.
वहीं पीसीबी इसी समय राष्ट्रीय चयनकर्ताओं और हाल ही में समाप्त हुए चैंपियंस कप के लिए पांच टीमों के साथ नियुक्त किए गए मेंटरों को भी भारी मासिक वेतन दे रहा है. दो साल के कॉन्ट्रैक्ट पर मेंटोर मिस्बाह उल हक, वकार यूनिस, शोएब मलिक, सरफराज अहमद और सकलैन मुश्ताक को लगभग 5 मिलियन प्रति माह का भुगतान किया जाता है.