भारतीय क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट सीरीज खेलने में व्यस्त है. लेकिन इस सीरीज के लिए जो भारतीय टीम खेल रही है उसमें वह खिलाड़ी नहीं है जिसने साल की शुरुआत में टेस्ट डेब्यू किया था और उसे लंबी रेस का घोड़ा माना जा रहा था. यह खिलाड़ी है- रजत पाटीदार. उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ फरवरी में विशाखापतनम टेस्ट से डेब्यू किया था. लेकिन तीन टेस्ट में केवल 63 रन बना सके और इस तरह के निराशाजनक खेल के बाद उन्हें बाहर कर दिया गया. अब पाटीदार टेस्ट स्क्वॉड के आसपास भी नहीं है. लेकिन मध्य प्रदेश से आने वाले इस बल्लेबाज ने उम्मीद नहीं छोड़ी है. उनका कहना है कि उन्हें बुरा लगता है लेकिन वे फिर से टीम इंडिया में शामिल होने की कोशिश करेंगे.
पाटीदार ने कहा कि वह घरेलू मैचों के जरिए फिर से भारतीय जर्सी पहनने का अवसर पैदा करना चाहते हैं. उन्होंने बेंगलुरु में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी फाइनल से पहले कहा, 'मुझे टेस्ट टीम में जगह बनाकर अच्छा लगा था. मुझे हालांकि कभी-कभी बुरा लगता है कि मैं मौके को भुना नहीं पाया. कभी-कभी चीजें आपके मुताबिक नहीं होतीं और यह ठीक है. मुझे लगता है कि चीजों को स्वीकार करना सफलता की ओर बढ़ने का पहला कदम है. आपको यह स्वीकार करना होगा कि क्रिकेट यात्रा में असफलता मिलेगी. इसलिए, मेरे लिए इसका सामना करना और इससे सीखना महत्वपूर्ण है. मैंने इसे स्वीकार कर लिया है और मैं आगे बढ़ रहा हूं. यह खेल का अहम हिस्सा है. मैं मौके को दोबारा बना सकता हूं.’
पाटीदार घरेलू क्रिकेट में कर रहे रनों की बारिश
31 साल के पाटीदार ने अभी घरेलू क्रिकेट में जोरदार प्रदर्शन किया है. उन्होंने पांच रणजी ट्रॉफी मैचों में 53.37 की औसत से 427 रन बनाए हैं. इस दौरान एक शतक व एक अर्धशतक लगाया है. वे सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में सर्वाधिक रन बनाने के मामले में तीसरे नंबर पर हैं. उनके नाम चार अर्धशतकों और 182.63 की स्ट्राइक रेट से 347 रन बनाए हैं. उनसे आगे अजिंक्य रहाणे (432) और बिहार के सकीबुल गनी (353) हैं.
उन्होंने हालिया अच्छे प्रदर्शन को लेकर कहा,
मैं बल्लेबाजी में अपने मजबूत पक्ष पर भरोसा कर उसी मुताबिक खेलने पर ध्यान दे रहा हूं. मैं बस उसी पैटर्न का पता लगाने की कोशिश कर रहा हूं जो मैंने आईपीएल में किया था. मेरा मंत्र एक समय में एक गेंद खेलना है. मैं अपनी टीम के लिए प्रतिद्वंद्वी पर अपना प्रभाव डालने की कोशिश करता हूं. मैं बड़ा स्कोर बनाने की कोशिश नहीं करता. मैंने कभी उस पर ध्यान नहीं दिया.
पाटीदार ने कहा कि आरसीबी ने जब आईपीएल 2025 ऑक्शन से पहले उन्हें रिटेन किया तो इससे उन्हें आत्मविश्वास मिला. आरसीबी बड़ी फ्रेंचाइज है और इसके लिए खेलना उन्हें पसंद है.
- 8 मैच, 169 की स्ट्राइक रेट और 432 रन, अजिंक्य रहाणे ने टीम इंडिया में वापसी के लिए गेंदबाजों की उड़ाई नींद, बोले- दिल में आग जल रही है
- IND vs AUS : रोहित शर्मा से गाबा में हुई बड़ी भूल तो भारत पर मंडराने लगा हार का संकट! साल 1985 के बाद से अभी तक नहीं हुआ ऐसा, जानें क्या है मामला ?