शुभमन गिल भारत से बाहर टेस्ट क्रिकेट में रन नहीं बना पा रहे. 2021 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर ब्रिस्बेन टेस्ट में अर्धशतक के बाद से एशिया से बाहर उनकी एक फिफ्टी तक नहीं है. हालिया ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी उनका बल्ला नहीं चला था. शुभमन गिल ने अब इसक कारण बताया है. उन्होंने माना कि लाल गेंद क्रिकेट में 25-30 रन बनाने के बाद वे फोकस खो दे रहे हैं. शुभमन ने रणजी ट्रॉफी में पंजाब की ओर से खेलते हुए कर्नाटक के खिलाफ मुकाबले में दूसरी पारी के शतक के बाद यह राज खोला. उन्होंने 102 रन की पारी खेली लेकिन पंजाब को पारी और 207 रन से हार का सामना करना पड़ा.
शुभमन ने रणजी मुकाबले के बाद कहा, लाल गेंद क्रिकेट की बैटिंग समस्या है. कभीकभार मुझे लगता है कि इस फॉर्मेट में जब मैं खेलता हूं तो अच्छे 25-30 रन बना लेता हूं. मुझे लगता है कि उन पलों में कभीकभार मैं खुद पर बड़े रन बनाने का काफी दबाव डाल देता हूं. मुझे लगता है कि जब मैंने खेलना शुरू किया था तब यह रवैया नहीं होता था. मैं अभी एक जोन में हूं, एक इंटेंट रखता हूं लेकिन मैं इसे गंवा देता हूं क्योंकि मैं खुद पर काफी दबाव बनाता हूं कि अब मैं जम चुका हूं तो मुझे बड़े रन बनाने होंगे.
शुभमन ने आगे कहा,
मेरे हिसाब से उन अहम पलों में मैं कभीकभार फोकस और एकाग्रता खो देता हूं. मुझे लगता है कि पूरे मैच में ऐसा रहता है. एक व्यक्ति के तौर पर मुझे खेल में शामिल होना अच्छा लगता है. मेरे हिसाब से इसके जरिए एक खिलाड़ी के तौर पर आपको बहुत अच्छा करने में मदद मिलती है.
शुभमन गिल ने रणजी शतक लगाने के बाद क्या कहा
शुभमन ऑस्ट्रेलिया दौरे पर छह पारियों में 18.60 की औसत से केवल 93 रन बना सके थे. वे चोट की वजह से पर्थ में हुए पहले टेस्ट से बाहर रहे थे. इसके बाद मेलबर्न टेस्ट में उन्हें बाहर बैठाया गया था. उन्होंने पंजाब की कप्तानी करते हुए शतक लगाने के बाद संतोष जताया. उन्होंने कहा, यह पारी मेरे लिए काफी संतोषजनक रही. पहली 130 गेंद में मैंने 40 के करीब रन बनाए और वे काफी अच्छी बॉलिंग कर रहे थे और विकेट से मदद भी मिल रही थी. इसलिए उसे ध्यान में रखते हुए मुझे अपने खेलने के तरीके पर संतोष है. लंच के बाद मैंने अपने शॉट खेलने के बारे में सोचा. दूसरी तरफ से विकेट भी गिर रहे थे. इसलिए मुझे लगा कि रन बनाने चाहिए.