वीमेंस प्रीमियर लीग 2025 की शुरुआत 14 फरवरी से हो रही है. ऐसे में महिला क्रिकेटरों के लिए ये टूर्नामेंट 15 फरवरी तक चलेगा. ये टूर्नामेंट का तीसरा एडिशन है जिसमें कुल 5 टीमें हिस्सा लेंगी. ऐसे में पहले सीजन की विजेता मुंबई इंडियंस थी जबकि दूसरा सीजन रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने अपने नाम किया. इस बार ये टूर्नामेंट भारत के 4 शहरों में खेला जाएगा जिमसें वडोदरा, बेंगलुरु, लखनऊ और मुंबई शामिल है. ऐसे में ओपनिंग मैच गुजरात और बेंगलुरु के बीच खेला जाएगा. इस बीच आरसीबी की वीमेंस टीम की कप्तान स्मृति मांधना ने स्पोर्ट्स फॉरवर्ड नेशन कि रिपोर्ट का खुलासा करने के दौरान स्पोर्ट्स तक से एक्सक्लूसिव बातचीत की जिसमें उन्होंने कई अहम सवालों के जवाब दिए.
मांधना ने इस दौरान ये भी बताया कि विराट कोहली ने उनकी टीम को कैसे मोटिवेट किया और आगे बढ़ने के लिए कहा था. इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि भारत की दो हार ऐसी है जो पूरी टीम को आज तक चुभती है.
सवाल- जवाब:
आरसीबी की महिला टीम ने जब खिताब जीता था तब विराट कोहली के साथ वीडियो कॉल पर क्या बात हुई?
स्मृति मांधना ने कहा कि उस वक्त सभी जश्न मना रहे थे और विराट भी इस जीत से काफी खुश हुए थे. वहीं जब वो हमारी टीम से मिले थे तब भी उन्होंने काफी कुछ कहा था और सभी को मोटिवेट किया. उन्होंने काफी साल क्रिकेट खेला है और हम सभी को मोटिवेट किया है. ऐसे में पहले सीजन में जब हम खराब प्रदर्शन कर रहे थे, तब उन्होंने हमारे हौंसले बढ़ाए थे और हमें आगे बढ़ने के लिए मोटिवेट किया था. हमारी टीम के लिए उस वक्त वो चीज जरूरी थी.
क्या आप टीम इंडिया का कप्तान बनना चाहती हैं?
फिलहाल मेरा फोकस WPL और आरसीबी पर है. मैं यही सोच रही हूं कि अभी टीम को मेरी जरूरत है और मैं आरसीबी की इसमें मदद करना चाहती हूं. मैं वो इंसान नहीं हूं जो आगे का सोचती हूं. मेरे हाथ में जो है, उसपर मैं फोकस करूंगी.
आपको ढेर सारे अवॉर्ड्स मिले हैं?
देखिए, एक समय ऐसा आता है जब आपको लगता है कि आपने टीम के लिए अपना योगदान दिया है.जब मुझे पहली बार अवॉर्ड मिला था तब मुझे काफी खुशी मिली थी. लेकिन अब समय के साथ हमें पता है कि हम अपनी टीम के लिए क्या कर रहे हैं और हमारा इसमें कितना योगदान है,
भारतीय टीम कई बार पास पहुंचकर जीत नहीं पाती?
देखिए पिछले साल वर्ल्ड कप और एशिया कप की हार हमारे लिए निराश कर देने वाली थी. हमें जो क्रिकेट खेलना था, वो हम नहीं खेल पाए. पूरी टीम को बुरा लगा था. लेकिन बाद में हम सभी ने अपनी गलतियों पर ध्यान दिया और उससे सीखा. ऐसे में हम पिछले साल का कुछ याद नहीं करना चाहते हैं और आगे पर फोकस करना चाहते हैं.
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