युवराज सिंह के पिता और पूर्व क्रिकेटर योगराज सिंह ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि भारतीय क्रिकेट टीम से बाहर किए जाने के बाद वह कपिल देव को मारना चाहते थे. वह गुस्से में थे और कपिल से बदला लेना चाहते थे. इसके लिए वे पिस्तौल लेकर कपिल के घर पर चले गए थे. योगराज सिंह ने भारत के एक टेस्ट और छह वनडे मैच खेले. यह सभी मुकाबले 1980-81 में ऑस्ट्रेलिया व न्यूजीलैंड के दौरे पर खेले थे. योगराज ने कहा कि कपिल ने बाद में उनसे माफी मांगी थी लेकिन वह अभी भी टीम से निकाले जाने की बात को भुला नहीं सके हैं.
योगराज सिंह ने 'Unfiltered by Samdish' नाम के यूट्यूब चैनल से बात करते हुए कहा, 'जब कपिल देव नॉर्थ जोन और भारत के कप्तान बने तो उन्होंने मुझे बिना वजह बाहर कर दिया. मेरी पत्नी (शबनम) चाहती थी कि मैं कपिल से इस बारे में पूछूं. मैंने उससे कहा कि मैं इस आदमी को सबक सिखाऊंगा. मैंने अपनी पिस्तौल निकाली, मैं सेक्टर 9 में कपिल के घर गया. वह अपनी मां के साथ बाहर आया. मैंने उसे दर्जनों गालियां दीं. मैंने उससे कहा कि तुम्हारी वजह से मैंने अपना एक दोस्त गंवा दिया और जो तुमने किया है उसकी कीमत चुकानी होगी. मैंने कहा कि मैं तुम्हारे सिर में गोली मारना चाहता हूं लेकिन मैं ऐसा नहीं कर रहा क्योंकि तुम्हारी मां काफी धार्मिक है और वह यहां खड़ी हैं. मैंने शबनम से कहा कि चलो. वही समय था जब मैंने फैसला किया कि मैं क्रिकेट नहीं खेलूंगा, युवी खेलेगा.'
योगराज सिंह बोले- कपिल ने माफी मांगी थी
योगराज सिंह ने बताया कि उन्होंने सालों से कपिल देव के साथ बात नहीं की. उन्होंने कहा, '2011 में जब भारत ने वर्ल्ड कप जीता था तब केवल एक शख्स रो रहा था और वह कपिल देव था. मैंने उसे अखबार की एक कटिंग भेजी और कहा कि मेरे बेटे ने वर्ल्ड कप में तुमसे बेहतर किया है.'
योगराज ने बताया कि कपिल देव ने उनसे माफी मांगी थी. उन्होंने कहा, 'कपिल ने मुझे वॉट्सऐप मैसेज भेजा था और कहा कि हम अगले जन्म में भाई होंगे. अगले जन्म में हम दोनों की एक ही मां होगी. वह मुझसे मिलना चाहता था लेकिन मन में बदला था और इससे अभी भी दुख होता है.'