दिल्ली टीम का इस सीजन का सफर और भी बुरा होता जा रहा है. मंगलवार को अहमदाबाद में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के ग्रुप डी मैच में त्रिपुरा ने IPL के महंगे-महंगे खिलाड़ियों से भरी दिल्ली टीम को 12 रन से हरा दिया. इससे पहले रणजी ट्रॉफी में भी दिल्ली को जम्मू-कश्मीर ने बुरी तरह पीटा था. पिछले कुछ सालों में दिल्ली की ऐसी हार का सिलसिला चल रहा है.
दिल्ली का बुरा हाल
बता दें कि, सैयद मुश्ताक अली में भी चार में से दो मैच हार चुकी दिल्ली अब बहुत मुश्किल स्थिति में है. 158 रन का आसान सा लक्ष्य था, लेकिन धीमी पिच पर दिल्ली के बल्लेबाज पूरी तरह फ्लॉप हो गए. मणिशंकर मुरासिंह की साधारण सीम गेंदबाजी और विकी साहा की सटीक ऑफ-स्पिन के आगे कोई टिक नहीं पाया. दिल्ली 8 विकेट खोकर सिर्फ 145 रन ही बना पाई. मुरासिंह ने बैटिंग में पहले 18 गेंदों में 25 रन बनाए. आखिरी ओवर में उन्होंने आयुष बडोनी की गेंदों पर एक छक्का और एक चौका मारा. फिर गेंदबाजी में 4 ओवर में 14 डॉट गेंद डालकर सिर्फ 19 रन देकर 2 विकेट लिए.
सबसे पहले पंजाब किंग्स और इंडिया ए के बल्लेबाज प्रियांश आर्य को जल्दी आउट किया. फिर दिल्ली के कप्तान नीतीश राणा (40 गेंद में 45), आयुष बडोनी (13 गेंद में 14) और प्रियांश (10 गेंद में 8) को धीमी कटर और स्पीड कम करके गेंद डालकर रोक दिया. विकी साहा ने भी कमाल किया. नीतीश राणा को क्रीज से बाहर खींचा और ऑफ ब्रेक इतना घुमाया कि विकेटकीपर सेंटू सरकार ने आसानी से स्टंपिंग कर दी. बता दें कि, त्रिपुरा के साथी खिलाड़ी प्यार से मुरासिंह को “त्रिपुरा का बेन स्टोक्स” कहते हैं. और मुरासिंह ने दिल्ली के खिलाफ वैसा ही प्रदर्शन किया.

