इस खिलाड़ी के टी20 वर्ल्ड कप से बाहर होने से उदास हैं सुनील गावस्कर, जानें एमएस धोनी का क्यों किया जिक्र

इस खिलाड़ी के टी20 वर्ल्ड कप से बाहर होने से उदास हैं सुनील गावस्कर, जानें एमएस धोनी का क्यों किया जिक्र
मैच के दौरान क्विंटन डिकॉक को स्टम्प आउट करते जितेश शर्मा (photo: getty)

Story Highlights:

सुनील गावस्कर ने जितेश शर्मा का सपोर्ट किया है

गावस्कर ने उनकी तुलना धोनी से की है

एशेज पर कब्जा करने से ऑस्ट्रेलिया सिर्फ 4 विकेट दूर, इंग्लैंड का हुआ बंटाधार

जितेश की टीम में वापसी और फिर बाहर होना

जितेश नवंबर में टीम में वापस आए थे. उस समय संजू सैमसन को मिडिल ऑर्डर में आजमाया गया था, लेकिन वो प्रयोग सफल नहीं रहा. अब ओपनर शुभमन गिल की खराब फॉर्म की वजह से संजू सैमसन को फिर से ऊपर बल्लेबाजी करने भेजा जा रहा है. इसलिए टीम को ऐसे बैकअप कीपर की जरूरत पड़ी जो ओपनिंग भी कर सके. इसके लिए चयनकर्ता अजीत अगरकर और उनकी टीम ने इशान किशन की ओर रुख किया. इशान ने हाल ही में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाए. उन्होंने 500 से ज्यादा रन बनाकर 190 से ऊपर के स्ट्राइक रेट से झारखंड को खिताब दिलाया.

गावस्कर के शब्द

गावस्कर ने जियोस्टार पर कहा, “जितेश ने कुछ गलत नहीं किया. वे बहुत अच्छे विकेटकीपर साबित हुए. धोनी के बाद स्टंप्स के पीछे से कप्तान को डीआरएस में सबसे अच्छी सलाह देने वाले शायद वही थे.” बल्लेबाजी में जितेश को सिर्फ पांच मौके मिले. फिनिशिंग की मुश्किल भूमिका में उन्हें कम गेंदें खेलनी पड़ीं. फिर भी उन्होंने 158.97 के स्ट्राइक रेट से 62 रन बनाए. हालांकि गावस्कर ने जितेश की उम्र गलत बता दी. 32 साल के जितेश को उन्होंने ‘युवा’ कह दिया. उन्होंने आगे कहा, “उनके लिए ये मुश्किल है, लेकिन वे युवा हैं. अब घरेलू क्रिकेट में जाकर लगातार अच्छा खेलते रहें.”

इशान किशन की तारीफ

गावस्कर इशान किशन की वापसी से भी खुश हैं. उन्होंने कहा कि इससे साफ हो गया कि भारतीय टीम में चुने जाने के लिए सिर्फ आईपीएल ही सबकुछ नहीं है. “जो खिलाड़ी अच्छा खेल रहा हो, उसे चुनना चाहिए. इशान पहले भी टीम में रह चुके हैं और उन्होंने दिखाया है कि वे कर सकते हैं. ये बड़ी बात है. सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उनकी फॉर्म बताती है कि चयन का आधार घरेलू क्रिकेट भी होना चाहिए, सिर्फ आईपीएल नहीं.” गावस्कर ने आगे कहा, “मैं उनके लिए बहुत खुश हूं. वे कुछ साल टीम से बाहर थे, लेकिन शानदार वापसी की. अपनी राज्य टीम झारखंड को कप्तान बनाकर खिताब जिताया.”