Duke Balls in England vs Australia Ashes 2023: इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच एशेज 2023 के आखिरी टेस्ट की चौथी पारी में इस्तेमाल की गई गेंद को लेकर मामला बढ़ गया है. ड्यूक गेंद (Duke Balls) बनाने वाली कंपनी के मालिक ने मामले की जांच की बात कही है. माना जा रहा है कि मैच के आखिरी दिन ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में पांच साल पुरानी गेंद इस्तेमाल की गई हो. दी ओवल में खेले गए पांचवें टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को 49 रन से शिकस्त मिली थी. इससे सीरीज 2-2 से बराबर रही लेकिन एशेज ट्रॉफी पर ऑस्ट्रेलिया का कब्जा रहा. मैच के आखिरी दिन गेंद बदली गई थी और इसके बाद इंग्लैंड ने तेजी से विकेट निकालते हुए सीरीज में बराबरी हासिल की. तब ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग (Ricky Ponting) ने कमेंट्री करते हुए गेंद को लेकर सवाल उठाए थे. बाद में उस्मान ख्वाजा (Usman Khawaja) ने भी कहा था कि गेंद अलग ही तरह का बर्ताव कर रही थी.
ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी के 37वें ओवर में गेंद को बदला गया था. उस समय मेहमान टीम मजबूत स्थिति में थी और डेविड वॉर्नर व ख्वाजा ने शतकीय साझेदारी की थी. गेंद बदलने के बाद कंगारू टीम ने धड़ाधड़ तीन विकेट गंवा दिए थे. ख्वाजा ने मैच के बाद कहा था कि उन्होंने बदली गई गेंद को लेकर फौरन अंपायर कुमार धर्मसेना से बात की थी. जो नई गेंद ली गई थी वह साफ-साफ अलग लग रही थी. वहीं पोंटिंग ने कमेंट्री में कहा था कि रिप्लेसमेंट गेंद को लेकर बड़ी गड़बड़ी की गई है. इस मामले की जांच की जानी चाहिए. इंग्लैंड के ओपनर जैक क्रॉली का बयान भी इस मामले में आया था. उन्होंने कहा कि गेंद बदलने का ब्रेक उनके लिए सही रहा और इससे मैच में अंतर पैदा हुआ.
ड्यूक बनाने वाली कंपनी के मालिक क्या बोले
इंग्लैंड में इस्तेमाल होने वाली ड्यूक गेंद ब्रिटिश क्रिकेट लिमिटेड कंपनी बनाती है. इसके मालिक दिलीप जाजोदिया ने कोड स्पोर्ट्स से बातचीत में कहा, 'मैं खुद जांच करने जा रहा हूं क्योंकि इससे मेरे पर असर पड़ता है. मेरा नाम दांव पर है इसलिए जरूरी है कि वे गेंद को लेकर कुछ गलत न कहें.' कोड स्पोर्ट्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि इंग्लिश कैंप से ऐसी फुसफुसाहट सामने आई है कि बदली गेंद शायद 2018 या 2019 बैच की ड्यूक हो. उस समय की गेंद गेंदबाजों को काफी ज्यादा मदद करती थी.
क्या 5 साल पुरानी गेंद हुई इस्तेमाल
जाजोदिया ने लेकिन इस बात से इनकार किया है. उनका कहना है, 'मैं नहीं समझ सकता कि वे पुरानी तारीख की गेंद को उसमें रखने का जोखिम लेंगे. ईमानदारी से देखा जाए तो मैच रेफरी को इसे देखना चाहिए. हम गेंद पर नंबर काफी जोर लगाकर लिखते हैं इसलिए अगर सुनहरा प्रिंट हट भी गया था तो गेंद पर नंबर लिखा रहता है. इसे छुड़ाना आसान नहीं होता. मैं यह नहीं कह रहा कि यह असंभव है लेकिन ऐसा हो नहीं सकता.'
पोंटिंग ने यह सवाल भी उठाया था कि क्या अंपायर्स को रिप्लेसमेंट गेंद चुनने के लिए पर्याप्त गेंद दी गई थी? लेकिन जाजोदिया ने समझाया कि उनकी कंपनी इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड या इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल को गेंद पहुंचाने के बजाए सीधे वेन्यू पर भेजती है. उन्होंने कहा, 'इस मौके पर गेंद सर्रे ने दी होगी. सर्रे सीजन शुरू होने से पहले हमसे गेंद लेता है और फिर वे उन पर काम करते हैं. वे उन्हें पुराना करते हैं. मेरा मत है कि वे शायद सही से काम नहीं कर रहे.'
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