इंग्लैंड में द हंड्रेड (The Hundred Men's Competition) टूर्नामेंट जारी है. जिसके दूसरे सीजन में 20 साल के इंग्लिश बल्लेबाज विल स्मीद (Will Smeed) ने अपने बल्ले से बवाल काटते हुए इतिहास रच डाला है. द हंड्रेड यानि 100 गेंद प्रति पारी वाले मैच में अभी तक कोई भी बल्लेबाज शतक नहीं जड़ सका था. मगर बर्मिंघम के मैदान में बर्मिंघम फीनिक्स की ओर से खेलते हुए स्मीद ने 50 गेंदों में 101 रनों की नाबाद शतकीय पारी खेली और इस टूर्नामेंट का पहला शतक भी जड़ डाला. इस तरह स्मीद के तूफानी शतक को देखकर सभी उन्हें इंग्लैंड की टी20 टीम में लेने की मांग भी करने लगे हैं.
स्मीद की तूफानी पारी
गौरतलब है कि बर्मिंघम के मैदान में साउदर्न ब्रेव ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी. जिसका पूरा फायदा बर्मिंघम के बल्लेबाजों ने उठाया. बर्मिंघम की तरफ से सलामी बल्लेबाजी करने विल स्मीद उतरें और उन्होंने पहली ही गेंद पर करार चौका जड़कर साबित कर दिया था कि वह बेहतरीन फॉर्म में चल रहे हैं. इस तरह पहली गेंद पर शॉट खेलने के बाद स्मीद का कांफिडेंस बढ़ता गया और उन्होंने 50 गेंदों में 8 चौके व 6 छक्कों की मदद से 101 रनों की नाबाद पारी खेल डाली. स्मीद ने अपनी फिफ्टी 25 गेंदों पर पूरा की तो वहीं 100 रन तक पहुंचने के लिए उन्होंने 49 गेंदें का सामना किया. पारी की 99वीं गेंद पर स्मीद को शतक पूरा करने के लिए एक रन की दरकार थी. तभी उन्होंने कवर की दिशा में शॉट खेलकर दो रन लिए और अपना ऐतिहासिक शतक पूरा किया. जिससे बर्मिंघम फिनिक्स ने पहले खेलते हुए 100 गेंदों में 4 विकेट खोकर 176 रन बना डाले.
49 टी20 खेल चुके हैं स्मीद
वहीं 177 रनों के लक्ष्य के दबाव को साउदर्न ब्रेव के बल्लेबाज झेल नहीं सके और 85 गेंदों में 123 रन बनाकर उनकी पूरी टीम सिमट गई. जिससे बर्मिंघम फिनिक्स ने विल स्मीद के द हंड्रेड में लगाए गए पहले शतक से 53 रनों से बड़ी जीत हासिल की. स्मीद की बात करें तो उनकी उम्र अभी महज 20 साल है. लेकिन इंग्लैंड में वह तूफानी बल्लेबाज के रूप में जाने जाते हैं. स्मीद अभी तक सिर्फ एक फर्स्ट क्लास तो 49 घरेलू टी20 मैच खेल चुके हैं. जिसमें उनके नाम 1400 रन दर्ज हैं. स्मीद का जन्म कैम्ब्रिज में हुआ था और वह काउंटी क्रिकेट में सोमरसेट जबकि द हंड्रेड में बर्मिंघम की तरफ से खेलते हैं.