भारतीय तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार अभी उत्तर प्रदेश टी20 लीग में खेल रहे हैं. यहां पर लखनऊ फाल्कंस की ओर से खेलते हुए उन्होंने 6 सितंबर को काशी रुद्राज के खिलाफ कमाल कर दिया. इस अनुभवी गेंदबाज ने चार ओवर के कोटे में केवल चार रन खर्च किए. उन्होंने एक ओवर मेडन भी डाला. हालांकि उन्हें कोई विकेट नहीं मिला लेकिन भुवी की कमाल की बॉलिंग ने काशी टीम के बल्लेबाजों को नचा दिया. इसका फायदा उनकी टीम के साथी गेंदबाजों को मिला जिन्होंने काशी को 111 रन के मामूली स्कोर पर रोक दिया. इसके बाद लखनऊ के बल्लेबाजों ने एक विकेट गंवाकर लक्ष्य हासिल कर लिया.
भुवी ने काशी के खिलाफ मुकाबले में बॉलिंग की शुरुआत की. अपने पहले दो ओवर में उन्होंने केवल दो रन दिए. वहीं उनके साथ दूसरी तरफ से गेंदबाजी करा रहे अभिनंदन सिंह के दो ओवर से 18 रन गए. ऐसे में लखनऊ के कप्तान प्रियम गर्ग ने अपने सबसे अनुभवी गेंदबाज का कोटा पूरा कराने का फैसला किया. भुवी ने उन्हें निराश नहीं किया और अगले दो ओवर में एक मेडन फेंकते हुए केवल दो रन दिए. इससे काशी की टीम पावरप्ले में 23 रन ही बना सकी. उसकी ओर से प्रिंस यादव ने सबसे ज्यादा 33 रन बनाए तो घनश्याम उपाध्याय ने 25 रन का योगदान दिया. बाकी कोई बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर सका.
भुवी के कमाल से लखनऊ की आसान जीत
भुवी की कंजूसी भरी बॉलिंग का फायदा अभिनंदन और किशन कुमार सिंह को मिलाा. इन दोनों ने तीन-तीन शिकार किए. अभिनंदन ने 31 तो किशन ने केवल 11 रन देकर ये शिकार किए. तीन बल्लेबाज रन आउट हुए. लखनऊ ने समर्थ सिंह के 55 और विपराज निगम के 26 रन के दम पर 13.5 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया. समर्थ ने पांच चौके व दो छक्के उड़ाए. लखनऊ का इकलौता विकेट पार्थ पालावत के रूप में गिरा जिन्होंने 15 गेंद में चार चौकों से 20 रन बनाए.
भुवनेश्वर कुमार ढाई साल से टीम इंडिया में नहीं
भुवी अभी भारतीय टीम से बाहर हैं. नवंबर 2022 में टी20 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में वे आखिरी बार भारत के लिए खेले थे. यह मैच इंग्लैंड के खिलाफ था जिसमें टीम इंडिया को 10 विकेट से हार मिली थी. भुवी का टी20 करियर में कमाल का रिकॉर्ड रहा है. उन्होंने 7.30 की इकॉनमी के साथ 299 टी20 विकेट लिए हैं. इस फॉर्मेट में जिन भी गेंदबाजों ने 250 विकेट लिए हैं उनमें भुवनेश्वर पांचवें सबसे इकॉनॉमिकल गेंदबाज हैं.
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